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आर्मी में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

पैसा कमाकर जल्द बनना चाहते थे लखपति

गुनाJan 22, 2020 / 04:45 pm

praveen mishra

बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एक आरोपी गिरफ्तार

बेरोजगारों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एक आरोपी गिरफ्तार

गुना। इंडियन आर्मी में नौकरी का झांसा देकर सीधे-सादे युवाओं से 3० से 5० हजार रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का गुना पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। इस गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने दबोचा है जिनके पास से आर्मी के ज्वाइनिंग लैटर, सीलम समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। इनमें एक आरोपी ओमप्रकाश गुप्ता अप्राकृतिक दुष्कर्म का आरोपी है और दूसरा आरोपी आशीष अरोरा है जिसके पिता इस समय गंभीर बीमारी के शिकार होने पर इंदौर के एक अस्पताल में वेंटीलेटर पर हैं।


गुना पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने संवाददाताओं को चर्चा के दौरान बताया कि थाना प्रभारी कोतवाली को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि मानस भवन के पास स्थित आई टी क प्यूटर की दुकान पर कूट रचित आर्मी के ज्वाइनिंग लेटर तैयार किए जा रहे हैं। सूचना के तस्दीक हेतु टीआई कोतवाली द्वारा पुलिस की एक टीम तैयार कर मुखबिर द्वारा बताई गई दुकान पर भेजी। टीम उक्त दुकान पर पहुंची तो वहां दो व्यक्ति मिले जिन्होंने अपना नाम आशीष अरोरा पुत्र सुजान सिंह अरोरा उम्र 28 साल निवासी विंध्याचल कॉलोनी गुना एवं दूसरे ने अपना नाम ओमप्रकाश गुप्ता पुत्र रामदास गुप्ता उम्र 41 साल निवासी दाल बाजार लश्कर ग्वालियर हाल निवासी सुन्दरगढ़ उड़ीसा का होना बताया।


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दुकान की तलाशी लेने पर दुकान के काउन्टर की दराज में इंडियन आर्मी के प्रतीक चिन्ह वाले, लोगों के नाम व मोबाइल न बर भरे हुए कागजात मिले व तीन आर्मी के ज्वाइनिंग लेटर जिनमें निखिल कुमार रैगर, मनोज कुमार सरोठिया, सागर संतोष डेरा के नाम लिखे हुए पाए गए तथा आर्मी में नौकरी से संबंधित अन्य दस्तावेज मिले।

 

आशीष अरोरा से उक्त फार्मों के संबंध में पूछताछ की तो उसने बताया कि लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए एवं फर्जी तरीके से उक्त दस्तावेज तैयार कर उनको देना बताया इस काम में अपने साथी ओमप्रकाश गुप्ता का भी साथ होना बताया। ओमप्रकाश के थैले की तलाशी ली तो एक इंडियन आर्मी के प्रतीक चिन्ह वाला स्वयं के नाम का आई कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले जिसने पूछताछ पर इस कार्यवाही में शामिल होना बताया।


अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया था आरोपी ओपी ने
पुलिस अधीक्षक लोढ़ा ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश गुप्ता ने वर्ष 2०19 में माह अप्रैल में सम्राट होटल गुना में एक लड़के के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म भी किया था। इस घटना पर से थाना कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध भी हुआ था। मौके से उक्त सभी कागजात जब्त कर दोनों आरोपियों को गिर तार कर थाना कोतवाली में धारा 467, 468, 471, 472, 473, भादवि का कायम किया गया एवं थाना कोतवाली के एक दूसरे मामले में धारा 342, 377, 323, 38० भादवि में आरोपी ओमप्रकाश गुप्ता को पृथक से गिर तार किया गया, जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया।


दोनों हैं मास्टर माइंंड
एसपी ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश गुप्ता इंडियन आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर तीस से पचास हजार रुपए प्रति युवा से वसूलता था और उनको आर्मी में नौकरी दिलाने के लिए ज्वाइनिंग लेटर और उस पर सील आदि लगाने का काम आशीष अरोरा करता था। यह दोनों ही अपने काम में मास्टर माइंड हैं।

ओमप्रकाश गुप्ता लगातार वारदात करने के बाद दूसरे शहर में जाकर बस जाता था। एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि इनसे अभी पूछताछ की जाएगी, लेकिन कुछ दिन पूर्व शिवपुरी में सेना भर्ती के समय मिले फर्जी दस्तावेज आदि इन्होंने तैयार किए हैं या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। इन दोनों आरोपियों ने देहली, महाराष्ट्र, उज्जैन व ग्वालियर के युवाओं को आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा है।


इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस मामले का खुलासा करने एवं आरोपियों को पकडऩे में सराहनीय भूमिका सीएसपी संजय चतुर्वेदी के निर्देशन व नेतृत्व में थाना प्रभारी अवनीत शर्मा, एसआई मनीष धाकड़, एसआई अजय प्रताप सिंह भदौरिया, एएसआई सुरेश शर्मा, एएसआई योगेश शर्मा, सायवर सेल प्रभारी एएसआई मसीह खान, एएसआई तोरण सिंह, आरक्षक विनीत भारद्वाज, आरक्षक भूपेन्द्र बघेल, आरक्षक हरेन्द्र रघुवंशी की रही।

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