पुलिस के मुताबिक धरनावदा थाने में पदस्थापना के दौरान कुशवाहा ने प्रकरण में लापरवाही बरती थी। जिसके बाद मृतक माखन के परिजनों ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी। जानकारी के अनुसार वर्ष 2015 में रुठियाई पुलिस चौकी में माखन का शव पड़ा मिला था। यह तभी का मामला है। ऐसे में कुशवाहा जिस थाने में पदस्थ रहे उसी थाने में उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
जबकि वर्तमान में रामवीर सिंह कुशवाहा पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ है। आरोपी पुलिस अधिकारी, हाईप्रोफाइल आत्माराम पारदी अपहरण कांड में भी मुख्य आरोपी भी है। ये था हाईप्रोफाइल आत्माराम पारदी अपहरण कांड…
पूर्व में 85 वर्षीय अप्पी बाई पत्नी हरीलाल ने 4 जनवरी 2017 को हाईकोर्ट में हैबियस कार्पस दायर की थी। जिसमें उसने कहा था कि 9 जून 2015 को धरनावदा पुलिस थाने के एसआई रामवीर कुशवाह, आरक्षक योगेन्द्र सिसौदिया, रघुराज सिंह तोमर उर्फ रघु और बनिया ड्रायवर घर आकर उसके लड़के आत्माराम को अपने साथ ले गए थे तब से आत्माराम कभी घर वापस नहीं लौटा और न ही उसका कोई पता चल रहा है।
पूर्व में 85 वर्षीय अप्पी बाई पत्नी हरीलाल ने 4 जनवरी 2017 को हाईकोर्ट में हैबियस कार्पस दायर की थी। जिसमें उसने कहा था कि 9 जून 2015 को धरनावदा पुलिस थाने के एसआई रामवीर कुशवाह, आरक्षक योगेन्द्र सिसौदिया, रघुराज सिंह तोमर उर्फ रघु और बनिया ड्रायवर घर आकर उसके लड़के आत्माराम को अपने साथ ले गए थे तब से आत्माराम कभी घर वापस नहीं लौटा और न ही उसका कोई पता चल रहा है।
पुलिस की इस कार्यशैली पर कई सवाल उठ खड़े हो गए। इसको लेकर जानकारों का कहना है कि पुलिस अपने ही विभाग के उन लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है, जिन पर उसकी मां ने अपने पुत्र के अपहरण की आशंका जाहिर की है।