…तो गोली मार दो
इस पर वन संरक्षक ने कहा कि अगर कर्मचारी सच हैं और मैं झूठ हूं तो मुझे गोली मार दो। कर्मचारी बोले, इस तरह की बात न करें आप। हम छोटे कर्मचारी हैं, आप ही हमको प्रताडि़त करके मार रहे हो। हमारा एक साथी अस्पताल में भर्ती है। कलेक्टर ने दोनों पक्षों की सुनी और कार्रवाई भरोसा दिलाया।
महिलाएं भी पहुंची शिकायत करने
महिला कर्मियों ने सीएफ पर आपत्तिजनक आरोप लगाए हैं। उन्होंने सीसीएफ को शिकायत भी की है। लेकिन इस मामले की जांच खुद सीएफ कर रहे हैं, जबकि उनकी जांच उनके वरिष्ठ अधिकारी द्वारा की जाना चाहिए थी। इससे महिला कर्मी भी डरी हुई हैं। तीन महिला कर्मी उनके साथ ही घटनाक्रम को लेकर कलेक्टर से भी मिलीं। उन्होंने बताया, सीएफ हमें सस्पेंड करने का दबाव बना रहे हैं, जबकि हम सभी चुनाव ड्यूटी करना चाहते हैं।
इनका कहना है
हम कर्मचारी पीडि़त हैं। सीएफ हमें उनके हिसाब से पार्टी को वोट डालने का कह रहे थे। चुनाव आयोग को शिकायत की थी। डिप्टी कलेक्टर ने हमारे बयान लिए हैं। सीएफ हम पर दबाव डाल रहे थे। हमनेलेक्टर से भी शिकायत की है। महिलाओं की शिकायत समक्ष अधिकारियों को संज्ञान में दे दिया है।
-विनोद भारद्वाज, अध्यक्ष वन कर्मचारी संघ
काम न करने के लिए कर्मचारी नाटक कर रहे हैं। मुझ पर बीएसपी को वोट कराने का आरोप लगा रहे हैं। कलेक्टर से शिकायत करने गए थे। मैंने खुद साथ में जाकर कलेक्टर से उनकी बात कराई। महिलाओं का मैं सम्मान करता हूं। महिला कर्मचारियों से बिना पूछे संगठन ने झूठी शिकायत की है।
-डीएस कनेश, वन संरक्षक