जानकारी के मुताबिक, जामनेर थाना क्षेत्र के गोचा आमाल्या के बबलेश उर्फ बबलू (36) पुत्र बंशीलाल खंगार ने बताया है कि भाई जगदीश खंगार गांव से बाहर गोचा नदी के किनारे बने घर में रहते हैं। उनका कोई बच्चा नहीं है। मेरे तीन लड़के हैं। जगदीश ने मेरे बड़े लड़के आकाश को गोद ले लिया था, जो दिन में उनके पास रहता था और रात में घर आ जाता था। जगदीश की पत्नी बिमलेश बाई मेरी रिश्ते में साली भी लगती है। भाई जगदीश लड़के आकाश को रात में उनके घर पर रुकने नहीं देते हैं।
इसकी वजह चरित्र शंका थी। जगदीश भाभी विमलेश के चाल-चलन पर शक करता था। उनको आए दिन मारते-पीटता था। गुरुवार शाम करीब 6.30 बजे आकाश घर पर आया और बोला कि भाई-भाभी किसी बात को लेकर झगड़ रहे थे। रात करीब 10 बजे जगदीश ने फोन पर मुझसे कहा कि मैंने तुम्हारी भाभी को मार दिया है। तुम गांव के सरपंच को बुलाकर घर पर ले आओ और मुझे बचा लो।
36 घंटे बाद आरोपी हुआ गिरफ्तार
आरोपी की तलाश की गई। पुलिस ने घटना के 36 घंटों के भीतर ही 27 नवंबर की सुबह आरोपी जगदीश को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है। आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि उसे उसकी पत्नी के चरित्र पर संदेह था। जिसके चलते उसने पत्नी की लाठी व हसिए से मारपीट कर हत्या कर दी थी। वहीं खुद को बचाने के लिए स्वयं थाना पहुंच गया था और गांव के ही एक पंडित के लडके पर हत्या का आरोप लगाना चाहा था।
मौके पर पहुंचे तो खून से लथपथ पड़ी थी विमलेश
बबलेश ने बताया कि वह आकाश के साथ सरपंच को लेकर जगदीश के घर पहुंचा तो उसने देखा कि भाभी विमलेश खून से लथपथ पलंग पर पड़ी थी और जगदीश उनके पास ही खड़ा था। पलंग के पास हंसिया और खून लगा डंडा पड़ा था। यह नजारा देख हम बड़े भाई सुरेश को बुलाने चले गए। जैसे ही घटना स्थल पहुंचे तो वहां न तो भाई था और न ही खून लगा हंसिया।
हत्या कर आरोपी ही थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचा
पुलिस के अनुसार, 24 नवंबर की रात को जगदीश खंगार ने बताया कि उसकी पत्नी की गांव के ही एक पंडित के लड़के ने लाठी व हसिया से मारपीट कर हत्या कर दी है। इस पर तत्काल मौके पर पहुंचे। मृतिका के देवर बबलेश खंगार ने बताया कि उसके मोबाइल पर जगदीश का फोन आया जिसने बताया कि उसने पत्नी की हत्या कर दी है।