एसपी आफिस पहुंचे लोग, बताई पूरी कहानी
कुशवाह परिवार के कल्याणसिंह पुत्र बालकिशन ने सोमवार को एसपी ऑफिस पहुंचकर एक ज्ञापन दिया, जिसमें कहा गया है कि हमें आज भी आरोपियों से जान माल का खतरा है इसलिए पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इसके अलावा घटना के संबंध में बताया कि 20 जनवरी को ग्राम पिपरिया के शिवकुमार उर्फ लाला, शत्रुधन, विजय, अशोक, सुनील, युद्धिष्ठर, अरविंद, सीटू रघुवंशी पुरानी रंजिश के चलते फर्सा व बंदूकों से लैस होकर आए और ने आवेदकगणों को रोक लिया। लाला ने एक बंदूक मारी जो बृजेश के बायें पैर में लगी। एक बंदूक लाला ने परमाल के सीने में मारी तो वह गिर गया। विजय ने कट्टा से फायर से किया तो बृजेश के पैर में लगी। घटना के समय लालू कुशवाह एवं रामकिशोर व रिंकू आ गए थे लेकिन तब तक परमाल की मौत हो गई। वर्तमान में पुलिस ने सुनील को ही गिरफ्तार किया है शेष आरोपी फरार हैं, जिनसे हमें खतरा बना हुआ है। मगर, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, इससे लोग दहशत में हैं।
एक माह में 3 बार की थी शिकायत
गोलीकांड में मारे गए परमाल कुशवाह के भाई कमल किशोर ने पत्रिका को बताया कि दोनों पक्षों में जमीन से जुड़ा कोई विवाद नहीं है बल्कि आम रास्ते से निकलने को लेकर विवाद पैदा हुआ था। एक बार आरोपियों ने परमाल की मारपीट कर दी थी और विवाद काफी बढ़ गया था। इसके बाद विवाद हुए। 20 जनवरी के झगड़ा की शिकायत करने थाने पहुंचे लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की, जिसके परिणाम स्वरूप 5 घंटे बाद ही यह गोलीकांड हुआ।