छात्रावास को दुरुस्त किया जाएगा, इसके बाद ही शुरू हो सकेगा। उधर, छात्र संगठन डीएसओ के कार्यकर्ताओं ने हास्टल को लेकर विरोध जताया और कालेज के प्रभारी प्राचार्य से मुलाकात भी की। छात्रों ने बताया, पिछले ६ साल से गुना पीजी कालेज का बॉयज हॉस्टल बंद पड़ा हुआ है, जिसे शुरू करने की मांग को लेकर छात्र लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। इस वर्ष भी छात्रों द्वारा कालेज प्रशासन से छात्रावास को एक जुलाई से शुरू करने की मांग की थी और प्रबंधन ने आश्वासन भी दिया था। लेकिन जुलाई महीने का आधा समय निकल गया है, लेकिन अब तक हॉस्टल को शुरू नहीं किया है।
ये है कॉलेज के हास्टल की स्थिति
हॉस्टल खंडहर में तब्दील हो गया है। फर्नीचर टूटा पड़ा है। कुछ कमरों की दीवारें गिर गई हैं। खिड़कियां टूटी पड़ी हैं। लाइट फिटिंग चोरी हो गई है। यह स्थिति देखने के बाद छात्र कालेज प्राचार्य से बात करने पहुंचे तो कालेज प्राचार्य ने कहा कि कलेक्टर ने उनसे छात्रावास शुरू करने के लिए मना कर दिया है। डीएसओ के कालेज सचिव सुनील सेन ने बताया कि दूर दराज से आने वाले कमजोर छात्र लंबे समय से छात्रावास शुरू करने की मांग कर रहे है ताकि वह गुना में रहकर अच्छे से पढ़ाई कर सकें। ऐसी स्थिति में जरूरत थी कि छात्रावास को सुविधायुक्त बनाकर शुरू करने थी लेकिन प्रशासन द्वारा हर वर्ग पुर्ननिर्माण का हवाला दे दिया जाता है।