कंपोस्ट खाद से नपा की बढ़ेगी आय
गीले कचरे से कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी। नगर पालिका द्वारा इसे न्यूनतम रेटों पर बेचा जाएगा। वहीं, सूखे कचरे से लोहे व पन्नी को अलग-अलग किया जाएगा। शेष कचरा डंपिंग स्थल पर डंप कर दिया जाएगा। इससे नगर पालिका परिषद की आय में बढ़ोत्तरी होगी।
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बेकार चीजों को किया जाएगा रिसाइकिल
एमआरएफ सेंटर में रद्दी पेपर, प्लास्टिक, कपड़ा, गत्ता, रैपर्स जैसी बेकार चीजों को रिसाइकिल किया जाएगा। कचरे के क्वालिटी के आधार पर उसका फेब्रीकेशन का कार्य मैनपावर के माध्यम से कराया जाएगा। इसके बाद मशीनों के जरिए गीले व सूखे कचरे की मशीनों द्वारा छटाई कर अलग-अलग किया जाएगा। गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद्य और सूखे कचरे से अन्य मटेरियल बनाया जाएगा। जिसका इस्तेमाल सड़क निर्माण आदि में भी किया जाएगा। कूड़े से प्राप्त रिसाइकिल प्लास्टिक से टाइल्स का निर्माण भी किया जाना सम्भव हो सकेगा, जो अन्य टाइल्स के मुकाबले काफी मजबूत होगा। उक्त प्लांट लगाए जाने से जहां प्रदूषण कम होगा, वहीं कचरे से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा
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इस तरह प्रथक होगा कचरा
मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (कचरा संग्रहण केंद्र) में शहर भर से गाडिय़ां कचरा लेकर आएंगी। जहां मशीन के पट्टे पर गीला, सूखा कचरा अलग-अलग डाल दिया जाएगा। गीला कचरा वैसे के वैसा ही पट्टे के माध्यम से आगे जाएगा। मशीन से दबाव डालकर कचरा पूरी तरह सूखा दिया जाएगा। उसके बाद कचरा टैंकरनुमा कैप्सूल में चला जाएगा। वहीं सूखा कचरा पहले पीछे की ओर जाएगा। वहां उपयोग होने वाले सामान अथवा कबाड़ को अलग कर लिया जाएगा।
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स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह व्यवस्था जरूरी
स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर परिषद को सूखे कचरा के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर का निर्माण कराना अनिवार्य है। इस यूनिट के निर्माण होने पर कचरा से निकलने वाली प्लास्टिक की सामग्री की छंटाई एवं उसका आकलन कर पंजी में प्रतिदिन अंकित करना होगा। स्वच्छ भारत के पहले चरण में शौचालय पर फोकस था। दूसरे चरण में वेस्ट मैनेजमेंट पर फोकस है। नए मिशन में 3-आर मतलब रीड्यूस, रीयूज और रिसाइकल पर जोर दिया जा रहा है।
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इनका कहना है
सकतपुर में 1 करोड 63 लाख की लागत से एमआरएफ प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। इसके संचालन के बाद शहर से निकले कचरे को अलग-अलग करने में आसानी होगी तथा बेकार कचरे को रिसाइकिल व अन्य तरह से कई काम में उपयोग लायक बनाया जा सकेगा। जैविक खाद सहित कई मटेरियल को विक्रय कर नपा की आय बढ़ेगी।
तेज सिंह यादव, सीएमओ
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फैक्ट फाइल
शहर के कुल वार्ड : 37
एमआरएफ प्लांट की लागत : 1 करोड 63 लाख
प्रतिदिन कचरा निकलता है : 60 टन