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गुना

5 किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे बच्चे, बोले-दो दिन से भूखे हैं हम

कलेक्टर से की शिकायत हॉस्टल के अधीक्षक कच्ची रोटियां खिलाते हैं, खराब खाना खाकर हो रहे हैं बीमार।

गुनाDec 19, 2017 / 03:34 pm

दीपेश तिवारी

hostel students
गुना। चेहरे पर मासूमियत लिए भूख से तड़पते, आंखों में आंसू लिए छोटे-छोटे बच्चे कलेक्ट्रेट पहुंचे। तो यहां उनके होठों पर केवल एक ही बोल थे कि अंकल-अंकल हमारे हॉस्टल के अधीक्षक कच्ची रोटियां खिलाते हैं और सब्जी के नाम पर बिना हल्दी नमक के कभी भट्टे तो कभी आलू वह भी बस केवल पानी। ऐसा खाना खाकर हम लोग बीमार होते जा रहे हैं, दो दिन से पेट में दर्द हो रहा है। इसके अलावा हमें दो दिन से खाना देना भी बंद कर दिया है।
हमें बहुत तेज भूख लगी है, कोई खाना तो खिलवा दे। भूख से तडफ़ रहे दो बच्चे वहां बुरी तरह बिलख पड़े। यह सब देखकर मीडिया के कुछ कर्मियों की मानवता जागी और उन्होंने उन बच्चों को समोसे मंगाकर खिलाए। इसके बाद बच्चों ने कलेक्टर राजेश जैन से मुलाकात की और उनको अपनी पीड़ा सुनाई। उनका कहना था कि कलेक्टर अंकल खाना तो अच्छा दिलवा दो, कच्ची रोटियां खाकर हम लोग बीमार हो रहे हैं।
यह नजारा था सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर का, जहां एबी रोड स्थित एक लव्य छात्रावास के अस्सी से अधिक बच्चे अपना दुखड़ा सुनाने वहां लगभग पांच-छह किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे थे। यहां इन बच्चों के खान-पान के लिए लाखों रुपए का बजट आता है। इस बजट को ठिकाने लगाने की दिशा में काम कर रहे विभाग के अधिकारियों ने खाने में कटौती शुरू कर दी है। इसके चलते छात्रावास में रहने वाले बच्चों को भट्टे की सब्जी और कच्ची रोटियां खिलाई जा रही हैं।
हॉस्टल अधीक्षक हटाया, नोटिस देकर वेतन वृद्धि रोकी
कलेक्टर ने एसडीएम दिनेश शुक्ला, नायब तहसीलदार इकबाल खान और आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रभारी जिला संयोजक को जांच के लिए भेजा। उन्होंने वहां की वस्तु स्थिति से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने बच्चों के दर्द को समझकर कार्रवाई कर उक्त छात्रावास के अधीक्षक राकेश गुप्ता को वहां से हटा दिया और उनको एक नोटिस देकर वेतन वृद्धि रोक दी।
इधर, कलेक्टर ने सीएमएचओ को ये दिए आदेश…
‘ऐसे नहीं चलेगा, सीएमएचओ साहब, काम करिएगा। सीएम हेल्पलाइन में आने वाली शिकायतों का यथा समय निस्तारण करवाएं।’
यह बात सोमवार को यहां समय सीमा-पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर राजेश जैन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. रामवीर सिंह रघुवंशी से कही। उन्होंने बताया कि सीएम हेल्पलाइन शासन की प्राथमिकता में है। इसलिए अधिकारी इसके अन्तर्गत आने वाली शिकायतों का गंभीरता से यथासमय निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने अभिलेखागारों के आधुनिकीकरण के कार्य की समीक्षा करते हुए इस दिशा में गुना तहसील में हुए कार्य की प्रगति पर असंतोष जताते हुए इसके लिए गुना तहसीलदार को नोटिस जारी कर जवाब-तलब करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सहरिया परिवारों में विवाहित महिलाओं के सर्वे कार्य की संतोषप्रद जानकारी प्रस्तुत ना करने के मामले में प्रभारी जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण को नाराजगी जाहिर की।
कलेक्टर ने ये भी दिए निर्देश :
– भावांतर योजना में लापरवाही न की जाए।
– फसल गिरदावरी की प्रगति बढाई जाए। इससे किसानों को ज्यादा लाभांवित करें।
– सीमांकन का कोई प्रकरण लंबित न मिले।
– दल बनाकर उड़द के रकबे का सत्यापन किया जाए।
– छह माह से राशन न लेने वाले उपभोक्ताओं का सत्यापन कराया जाए।

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