अब एससी, एसटी व ओबीसी की 200 छात्राएं स्कूल परिसर में ही रहकर कर सकेंगी पढ़ाई
671.10 लाख की लागत से तीन मंजिला दो छात्रावास बनकर तैयार
हायर सेकेंडरी स्कूल में 62 लाख की लागत से बनाई जा रही हैं 3 लैब व 2 हॉल

गुना. सरकारी स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें शहर के स्कूल में पढऩे के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि जिला मुख्यालय के दो स्कूलों में छात्रावास की नई बिल्ंिडग बनकर तैयार हो चुकी हैं। जिसकी लागत करीब 671.10 लाख है। वहीं हायर सेकेेंडरी स्कूल क्रमांक-2 के बच्चों को तीन नई लैब मिल जाएंगी। साथ ही पांच अतिरिक्त कक्ष बनने से विद्यार्थी व स्टाफ की पर्याप्त जगह की कमी दूर हो सकेगी। यह निर्माण 62 लाख की लागत से किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय पर एबी रोड स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2 अध्ययनरत 919 बच्चे व 30 शिक्षक पिछले काफी समय से पर्याप्त जगह के अभाव में समस्या से जूझ रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि इन सभी बच्चों को एक साथ पढ़ाने के लिए 18 कक्षों की आवश्यकता है लेकिन वर्तमान में 9 ही कक्ष मौजूद हैं। वहीं शिक्षकों को बैठने तक के लिए अलग से कक्ष नहीं है। ऐसी स्थिति में शिक्षक बरामदा में ही बैठकर अपने पीरियड का इंतजार करते हैं। वहीं सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए दो शिफ्ट में कक्षाएं संचालित करनी पड़ती हैं। इसके अलावा लैब संचालन के लिए कक्ष तक मौजूद नहीं है। मजबूरीवश एक कक्ष में तीन लैबों का सामान रख दिया गया है। जहां बच्चों को प्रेक्टीकल तो क्या खड़े होने तक के लिए जगह नहीं है। इन सभी समस्याओं से स्कूल प्रबंधन ने शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को अवगत कराते हुए प्रपोजल भेजा। जिसे शासन ने मंजूर करते हुए निर्माण की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद निर्माण कार्य पीआईयू ने शुरू भी करा दिया है।
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किराये के भवनों में रहने की समस्या से मिलेगी मुक्ति
ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश बच्चे जिला मुख्यालय पर रहकर पढ़ाई करना चाहते हंै। लेकिन आर्थिक अभाव के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहे थे। खासकर छात्राएं, जो किराये के कमरों में अकेली रहने में अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं। वहीं अभिभावक भी उन्हें इस तरह रहने की अनुमति नहीं दे पाते। छात्राओं व अभिभावकों की इस समस्या को शासन ने गंभीरता से लिया है। जिसके बाद जिला मुख्यालय पर एबी रोड स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2 तथा जाटपुरा स्कूल प्रांगण में 100-100 सीटर आलीशान छात्रावास का निर्माण 671.10 लाख की लागत से कराया गया है। जो लगभग पूर्ण होने को है। इन हॉस्टल में छात्राओं को रहने के अलावा अन्य सभी जरूरी सुविधाएं भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी।
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दूसरी मंजिल बनाने लायक नहीं है स्कूल भवन की हालत
मॉनीटरिंग के अभाव में सरकारी निर्माण कार्य बेहद घटित स्तर के हो रहे हैं। जिसका एक उदाहरण है हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2 का भवन। जिसकी हालत इतनी कमजोर है कि जरुरत पडऩे पर इस भवन के ऊपर दूसरी मंजिल का निर्माण नहीं किया जा सका है। ऐसे में परिसर में खाली पड़ी जगह पर तीन लैब व अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया जा रहा है।
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इनका कहना
स्कूल में दर्ज बच्चों व पदस्थ स्टाफ की संख्या के हिसाब से यहां पर्याप्त जगह नहीं है। लैब के लिए भी कक्ष नहीं हैं। यह दोनों समस्याएं आगामी समय में दूर हो जाएंगी। परिसर में दो मंजिला भवन बन रहा है। जिसमें तीन लैब व दो बड़े हॉल बनेंगे। साथ ही 100 सीटर छात्रावास भी लगभग बनकर तैयार हो गया है। जिसमें एससी, एसटी तथा ओबीसी की छात्राएं रहकर पढ़ सकेंगी। इससे हमारे स्कूल को बहुत फायदा होगा।
इन्द्रभान सिंह यादव, प्रिंसीपल
हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2
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