ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश बच्चे जिला मुख्यालय पर रहकर पढ़ाई करना चाहते हंै। लेकिन आर्थिक अभाव के कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहे थे। खासकर छात्राएं, जो किराये के कमरों में अकेली रहने में अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हैं। वहीं अभिभावक भी उन्हें इस तरह रहने की अनुमति नहीं दे पाते। छात्राओं व अभिभावकों की इस समस्या को शासन ने गंभीरता से लिया है। जिसके बाद जिला मुख्यालय पर एबी रोड स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2 तथा जाटपुरा स्कूल प्रांगण में 100-100 सीटर आलीशान छात्रावास का निर्माण 671.10 लाख की लागत से कराया गया है। जो लगभग पूर्ण होने को है। इन हॉस्टल में छात्राओं को रहने के अलावा अन्य सभी जरूरी सुविधाएं भी शासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी।
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दूसरी मंजिल बनाने लायक नहीं है स्कूल भवन की हालत
मॉनीटरिंग के अभाव में सरकारी निर्माण कार्य बेहद घटित स्तर के हो रहे हैं। जिसका एक उदाहरण है हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2 का भवन। जिसकी हालत इतनी कमजोर है कि जरुरत पडऩे पर इस भवन के ऊपर दूसरी मंजिल का निर्माण नहीं किया जा सका है। ऐसे में परिसर में खाली पड़ी जगह पर तीन लैब व अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया जा रहा है।
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इनका कहना
स्कूल में दर्ज बच्चों व पदस्थ स्टाफ की संख्या के हिसाब से यहां पर्याप्त जगह नहीं है। लैब के लिए भी कक्ष नहीं हैं। यह दोनों समस्याएं आगामी समय में दूर हो जाएंगी। परिसर में दो मंजिला भवन बन रहा है। जिसमें तीन लैब व दो बड़े हॉल बनेंगे। साथ ही 100 सीटर छात्रावास भी लगभग बनकर तैयार हो गया है। जिसमें एससी, एसटी तथा ओबीसी की छात्राएं रहकर पढ़ सकेंगी। इससे हमारे स्कूल को बहुत फायदा होगा।
इन्द्रभान सिंह यादव, प्रिंसीपल
हायर सेकेंडरी स्कूल क्रमांक-2