अब सिर्फ ई-रजिस्ट्री
अगस्त माह की शुरूआत के साथ ही पंजीयक
कार्यालय द्वारा परंपरागत रजिस्ट्री पूरी तरह बंद करते हुए ई-रजिस्ट्री शुरू कर दी
गई है। हालांकि, ई-रजिस्ट्री की शुरूआत
गुना। अगस्त माह की शुरूआत के साथ ही पंजीयक कार्यालय द्वारा परंपरागत रजिस्ट्री पूरी तरह बंद करते हुए ई-रजिस्ट्री शुरू कर दी गई है। हालांकि, ई-रजिस्ट्री की शुरूआत जुलाई महीने से हो चुकी है, लेकिन साथ मे परंपरागत रजिस्ट्री होने से लोगों को राहत थी। मगर अब व्यवस्था बदल गई है, जहां सिर्फ ई-रजिस्ट्री होंगी। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि एक ओर सर्वर की समस्या है, तो दूसरी तरफ नई व्यवस्था के चलते प्रकिया में लगने वाला समय है।
पंजीयक कार्यालय में शनिवार से रजिस्ट्री का कार्य पूरी तरह ई-रजिस्ट्री में बदल गया है। अब चाहकर भी लोग परंपरागत रजिस्ट्री नहीं करा सकेंगे। इससे लोग भी असमंजस में हैं, जिन्हें नई व्यवस्था के साथ कुछ परेशानियों से भी गुजरना पड़ रहा है। इसी का नतीजा है कि पहले दिन शनिवार को दोपहर तक तीन ई-रजिस्ट्री हो सकी थीं, जबकि अधिकारियों का कहना था कि शाम तक आधा दर्जन से अधिक रजिस्ट्री हो जाएंगी।
आने वाला समय बताएगा खामियां
ई-रजिस्ट्री के माध्यम से लोगों को बिना परेशानी रजिस्ट्री की सुविधा देने की योजना शनिवार से लागू हो गई है। जानकार बताते हैं कि आनलाइन प्रक्रिया में सर्वर डाऊन की समस्या एक बड़ी दिक्कत रहती है। ऎसे में दूरस्थ क्षेत्र से आए व्यक्तिको लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। इसी तरह मुख्तयारनामा भी कई तरह के होते हैं। पूर्व में जहां बीमार या किसी परेशानी के चलते पक्षकार दफ्तर नहीं आ पाता था, तो भेंट (विजिट) पर रजिस्ट्री हो जाती थी, जिसमें पक्षकार को आफिस आने की जरूरत नहीं होती थी। फिलहाल व्यवस्था की शुरूआत है, जिसकी खामियां तो आने वाले समय में सामने आएंगी।
ऎसे कराएं ई-रजिस्ट्री
रजिस्ट्री कराने वाले व्यक्तिको पहले सर्विस प्रोवाईडर के पास पहुंचना होगा।
सर्विस प्रोवाईडर तमाम कागजी खानापूर्ति पूरी करेगा।
सर्विस प्रोवाईडर डीड तैयार करने के बाद चेकर (सब रजिस्ट्रार) से प्लाट बुक करा लेगा।
पूरी प्रक्रिया आनलाइन होगी, जहां चेकर के कंप्यूटर पर मैकर (बाबू) द्वारा पूरे दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
चेकर के सामने रजिस्ट्री कराने वाले व्यक्तिका फोटो और पहचान के लिए थंब मशीन पर अंगूठे का निशान लिया जाएगा।
स्टाम्प डयूटी भी आनलाइन जमा कराई जाएगी, जिसमें स्टाम्प अलग से नहीं खरीदना होगा।
आखिर में चेकर द्वारा ई-रजिस्ट्री कर दी जाएगी।
अभी तो शुरूआत है
ई-रजिस्ट्री ने प्रक्रिया को सरल बनाया है। लेकिन शुरूआती दौर मे पक्षकार असुविधा महसूस कर रहा है। फिलहाल पक्षकार को समझाने की मशक्कत जरूर बढ़ी है।
राम श्रोत्रिय, सर्विस प्रोवाईडर
प्रक्रिया सरल बनी
परंपरागत रजिस्ट्री बंद होने एवं ई-रजिस्ट्री शुरू होने से ज्यादातर पक्षकार असमंजस में हैं। नई व्यवस्था में ढलने में वक्तलगता है, लेकिन प्रक्रिया सरल हो गई है।
मुकेश शर्मा, सर्विस प्रोवाईडर
मेनुअल रजिस्ट्री बंद
अब परंपरागत रजिस्ट्री बंद होकर ई-रजिस्ट्री की जा रही है। इसके लिए करीब 20 लाईसेंसी सर्विस प्रोवाईडर हैं, जिससे परेशानी की कोई बात नहीं है। ई-रजिस्ट्री से प्रक्रिया सरल बनी है, जिसमें पक्षकार को तत्काल रजिस्ट्री की सुविधा मिल सकेगी।
समरथ राठौर, उपपंजीयक गुना