विद्युत खंभे हैं लेकिन तार नहीं
इसी तरह कालोनी के कुछ इलाके में विद्युत खंभे हैं लेकिन तार नहीं हैें। ऐसे में लोगों ने मजबूरीवश बांस बल्ली के जरिए अपने घरों तक लाइट पहुंचाई है। कालोनीवासियों के लिए पेयजल के कोई इंतजाम नहीं हैं। कुल मिलाकर कॉलोनी वासी कीचडय़ुक्त समस्याओं से ग्रस्त माहौल में रहने को मजबूर है।
एंबुलेंस गांव के अंदर नहीं जा पा रही
सड़क मार्ग न होने से एंबुलेंस गांव के अंदर नहीं जा पा रही है। इस तरह के हालात अब तक जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचल में ही सामने आए थे। लेकिन इस तरह के हालात जिला मुख्यालय पर वार्ड क्रमांक 30 के गोविंद गार्डन कॉलोनी में सामने आए हैं।
सामग्री तक नहीं ला पा रहे
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि यह कॉलोनी करीब 25 से 30 बीघा क्षेत्रफल में फैली है। पूरी कॉलोनी में एक मकान से दूसरे मकान तक जाने के लिए भी रास्ता नहीं है। बारिश का पानी भरने से चारो ओर कीचड़ हो गई है। नालियां नहीं बनी हैं। गंदा पानी घरों के आसपास बड़ी मात्रा में जमा है। रास्ता न होने की वजह से लोग मकान निर्माण के लिए जरूरी सामग्री तक नहीं ला पा रहे हैं।
वार्ड की कहानी वार्डवासियों की जुबानी
हमारा घर गोविंद गार्डन इलाके में है। जहां तक पहुंचने के लिए न तो सड़क है और और न ही बिजली के खंभे लगाए गए हैं।
शिवम सिंह रघुवंशी, वार्डवासी
वार्ड में रहते हुए 2 साल हो गए हैैं। लेकिन पक्की सड़क तो क्या कच्चा मार्ग भी नहीं है। घर से पैदल ही मुख्य सड़क तक जाना पड़ता है। कालोनी के सभी लोग बेहद परेशान हैं।
आशीष रघुवंशी, वार्डवासी
कालोनी के अंदर तक जाने के लिए किसी तरह का सुविधाजनक रास्ता नहीं है। बच्चों को स्कूल जाना हो या फिर बीमार को अस्पताल ले जाना हो तो चार पहिया वाहन नहीं जा सकता है।
शशिकांत, वार्डवासी
यह बोले जिम्मेदार
गोविंद गार्डन कालोनी नप क्षेत्र में है। इसका कुछ इलाका पिछले कुछ सालों में विकसित हुआ है। इसलिए वहां सुविधाओं की कमी होगी। सड़क जैसी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की पहली जिम्मेदारी कालोनाइजर की है। नए परिसीमन के बाद इस कालोनी में भी विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।
संजय श्रीवास्तव, सएमओ नगर पालिका परिषद् गुना