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रेत माफिया ने एसडीएम से की बदसलूकी और छुड़ा ले गए ट्रैक्टर-ट्राली

6 थानों का पहुंचा बल, 10 लोगों पर केस दर्ज,कलेक्टर और एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे…

गुनाMar 25, 2019 / 01:47 pm

Amit Mishra

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रेत माफिया ने एसडीएम से की बदसलूकी और छुड़ा ले गए ट्रैक्टर-ट्राली

गुना/बीनागंज. चांचौड़ा एसडीएम एवं प्रशिक्षु आईएएस दिव्यांग सिंह का रविवार को रेत माफियाओं से सामना हुआ। एक दर्जन नकाबपोश बदमाश उनसे बदसलूकी कर रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्राली छुड़ा ले गए। घटना के पास चार घंटे बाद कलेक्टर-एसपी सहित 6 थानों का फोर्स पहुंचा, लेकिन बदमाश हाथ नहीं लगे।

दरअसल, रविवार सुबह पार्वती नदी पर रेत का अवैध रूप से उत्खनन की सूचना मिली थी। इसके बाद एसडीएम दिव्यांग सिंह, पटवारी और ड्राइवर के साथ नदी पर रवाना हो गए। रायपुरिया घाट के रास्ते में रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्राली मिले। उनको रोक लिया। इसके बाद 10 से 12 नकाबपोश बदमाश आए और एसडीएम एवं अमले से बदसलूकी कर उनके कब्जे से ट्रैक्टर-ट्राली छुड़ा ले गए।

कलेक्टर-एसपी बल के साथ पहुंचे
एसडीएम इस घटना के बाद से वापस लौट आए और कलेक्टर और पुलिस को पूरा मामला बताया। इसके बाद दोपहर 2 बजे गुना से कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार और एसपी राहुल कुमार लोढ़ा पुलिस लाइन के बल के साथ रवाना हुए। घटना स्थल पर पहुंचे और नदी पर अवैध उत्खनन को देखा।

6 थानों का फोर्स भी पहुंचा
इसके अलावा राघौगढ़, जामनेर, धरनावदा, चांचौड़ा, विजयपुर थाने का फोर्स भी मौके पर पहुंचा। सभी थानों के थानेदार पहुंच गए। अमले को नदी में जगह-जगह पनडुब्बी लगी मिली। लेकिन मौके पर लेबर नहीं मिली। हालांकि पनडुब्बी को तोडऩे की योजना बनती रही।

10 पर केस दर्ज
उधर, बीनागंज चौकी में 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, लेकिन पुलिस आरोपियों के नाम बताने से कतराती रही। चौकी में पदस्थ स्टाफ एफआईआर के बारे में बताता रहा कि वरिष्ठ अधिकारी अभी मौके पर हैं। एफआईआर तैयार कर ली है, लेकिन अधिकारियों के आने के बाद ही कुछ बता सकेंगे।
अफसरों के फोन बंद
इस घटना के बाद से ही संबंधित अफसरों के फोन बंद आ रहे हैं। एसडीएम के दोनों नंबर बंद हैं। कलेक्टर का भी फोन नहीं लगा। एसपी लोढ़ा फोन रिसीब कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई जारी होने की वजह से वे कुछ बता नहीं पाए।

भारी पड़ सकता था कार्रवाई का उत्साह
प्रशिक्षु आईएएस पर रेत माफिया पर कार्रवाई भारी पड़ सकती थी। दरअसल, संवेदनशील क्षेत्र में एसडीएम बिना बल के कार्रवाई करने पहुंच गए। अच्छी बात ये रही कि कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। जबकि पूर्व में इस क्षेत्र में कार्रवाई करने प्रशासन बिना पुलिस के नहीं पहुंचता है। इसके बाद भी इतनी बड़ी लापरवाही की गई। सूत्रों के अनुसार, अगर नदी के आसपास ये घटना होती तो बड़ी वारदात भी हो सकती थी। घटना के बाद से ही एसपी और कलेक्टर काफी देर तक इस क्षेत्र में रुके रहे और लोगों से आरोपियों की पहचान की कोशिश करते रहे।

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