ट्रैक्टर चालकों ने अपने साथियों को सूचना दी तो वे लोग अपने हाथों में लाठियां और सरिए लेकर बाइक और टै्रक्टर ट्रॉलियों से पुलिस और खनिज विभाग के वाहनों का पीछा किया और 25 किमी तक अपनी जान बचाकर पुलिस और खनिज विभाग के वाहन को एक-दो-तीन जगह ओवरटेक करके ट्रैक्टर-ट्रॉली के चालकों ने पलटवाने का प्रयास भी किया।
बताया गया कि घटावदा में अवैध उत्खनन की सूचना पर कार्रवाई के लिए खनिज और पुलिस विभाग के दो वाहन अलग-अलग जा रहे थे। इसी बीच छह ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत से भरे हुए थे, वे इनके आगे लग गए और पुलिस के वाहन ने ओवर टेक करने का प्रयास किया तो 25 किलोमीटर तक रेत माफिया हाथों में लाठी-डंडे व सरिया लेकर बाइक और ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर उनका पीछा किया।
इस दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली ने एक-दो जगह पुलिस के वाहन को ओवर टेक करने का प्रयास किया, जिससे पुलिस वाहन पलटने से बच गया, इस टीम में शामिल अधिकारी व कर्मचारी अपनी जान बचाकर वहां से भाग आए। बाद में और पुलिस फोर्स को और बुलवाकर घटावदा पहुंचे और वहां पनडुब्बी में आग लगाई।
इधर, खनिज अमले ने पकड़े रेत के 14 डंपर
वहीं एक अन्य मामले में रायसेन की बाडी तहसील के अंर्तगत आने वाली रेत खदानों से प्रतिदिन एक हजार से अधिक रेत के डंपर भरे जा रहे हैं और ये डंपर बेखौफ पुलिस थाना व तहसील कार्यालय के सामने से गुजरते हैं। सोमवार रात पहुंचे खनिज अमले ने ऐसे डंपरों को रोककर जांच पड़ताल की और थाने में खड़ा कराया।
देर रात से सुबह तक अमले ने 14 डंपर पकड़े। खनिज इंस्पेक्टर अशोक जागने द्वारा उक्त कार्रवाई की गई। कार्रवाई की भनक लगते ही कई डंपर रास्ता बदलकर निकले तो कुछ डंपर बरेली के पास मधुरिम ढाबा के सामने रेत खाली कर भी भाग गए। वहीं सिलवानी में अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को जमुनिया घाटी पर रोककर जब्ती की कार्रवाई की गई। नायब तहसीलदार कविराज मेहरा ने पंचनामा बनाकर कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली को तहसील प्रांगण में खड़ा कराया है।