गुना. शहर में सड़कों के बीचों-बीच लगने वाले होर्डिंग और पताका भले ही संस्थाओं और राजनीतिक दलों के लिए विज्ञापन का जरिया है, लेकिन आम नागरिकों के लिए दुर्घटना का सबब बन रहे हैं। दरअसल व्यस्तमम चौराहों और सड़कों पर नगरपालिका की अनुमति लिए बना होर्डिंग लगाए जा रहे हैं और सड़क के एक छोर से दूसरे छोर तक पताका लगा दी जाती है। नतीजा सड़क से निकलने वाले वाहन चालकों का ध्यान बंट जाता है और दुर्घटना के हालत बन जाते हैं।
हनुमान चौराहे से लेकर जयस्तंभ चौराहे तक लगी रैलिंग अपने मूल्य को उद्देश्य को पूरा कर ही है, लेकिन निजी संस्थाओं और राजनीतिक दलों ेके लिए यह प्रचार का माध्यम भी बन गई हैं। रैलिंग पर राजनीतिक दलों के होर्डिंग जगह-जगह लगे हैं।
आम दिनों की अपेक्षा इनकी संख्या उस समय अधिक बढ़ जाती है जब किसी नेता का आगमन होता है।
खास बात यह है कि प्रचार-प्रसार का यह तरीका अवैध है। क्योंकि इन होर्डिंग और पताकाओं को लगाने के लिए न तो नगरपालिका की अनुमति ली जाती है और न ही अन्य किसी सक्षम प्रशासनिक अधिकारी की। ऐसे में शासकीय राजस्व का नुकसान तो होती ही है साथ ही दुपहिया और अन्य छोटे वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इसको लेकर नगरपालिका और प्रशासन को सख्त रुख अपनाना होगा।