दरअसल, जिले में 195597 गरीब परिवारों में से 131940 परिवारों का सत्यापन हुआ है। यानी तीन महीने में 67 प्रतिशत परिवारों का सत्यापन हो सका। सत्यापन में दतिया 16वें नंबर पर, शिवपुरी 24 और गुना 33वें नंबर पर है। गुना से पीछे अशोकनगर 41वें और ग्वालियर 50वें नंबर पर चल रहे हैं।
नगरीय क्षेत्र सत्यापन में पिछड़ गए: गरीबों के सत्यापन में शहरी क्षेत्र पिछड़े हुए हैं। कुंभराज सीएमओ पर कार्रवाई के बाद भी सुधार नहीं आया। कुंभराज में अब तक २६ प्रतिशत काम हुआ। जबकि नगर पालिका गुना और नपा राघौगढ़ में 15-15 प्रतिशत ही सत्यापन किया है। इनसे थोड़ी बेहतर स्थिति में आरोन हैं, जहां 37 प्रतिशत राशन कार्डों का सत्यापन किया। केवल चांचौड़ा नगर परिषद में ही 73 प्रतिशत राशन कार्डों का सत्यापन किया है।
113 दलों ने शुरू नहीं किया काम
दो लाख गरीब परिवारों का सत्यापन करने 1018 दल बनाए थे। लेकिन इनमें केवल 905 दलों ने सत्यापन शुरू किया है। 113 दल अब भी ऐसे हैं, जिन्होंने एप से सर्वे आरंभ नहीं किया। इससे 63657 परिवारों का सत्यापन नहीं हो सका है।
45 हजार परिवारों का राशन बंद
उधर, दो माह से आनलाइन राशन दिया जा रहा है। इस वजह से बीते दो महीने से ४५ हजार परिवारों का राशन का आवंटन कम कर दिया है। जिन लोगों के मशीन में थम्ब नहीं लग रहे हैं, उनको राशन के लिए भटकना पड़ रहा है। इससे लोगों में नाराजगी बनी हुई है।