कथा में सुनाई गोकुल वियोग और कंस वध की लीलाएं
इधर, शहर की हनुमान टेकरी सरकार पर चल रही संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के दौरान मंगलवार को कथा प्रवक्ता पंडि़त संतोष महाराज ने भगवान श्री कृृष्ण की गोकुल वियोग एवं कंस वध की कथाओं का रोचक वर्णन किया। इस दौरान उन्होंने भगवान श्री कृृष्ण के विवाह का प्रसंगों के बीच वर्णन किया। हनुमान टेकरी पर पिछले 8 मार्च से शिवपुरी निवासी प्रकाशचन्द्र गुप्ता द्वारा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का आयोजन कराया जा रहा है।
कथा प्रवक्ता पं. संतोष महाराज ने छटवें दिन भगवान श्री कृृष्ण के गोकुल से वियोग पर राधा, ग्वाल से बिछुडने की लीलाओं का रोचक प्रसंगों का वर्णन करते हुए कहा कि कान्हा तुम वापस कब आओगे…। कथा के दौरान महाराज ने भगवान के मथुरा पहुंचने पर लोगों के भाव विभोर हेाने के प्रसंगो का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि मथुरा का उद्धार और कंस वध करने की भगवान श्रीकृृष्ण की अद्भुद लीला है। कथा में उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृृष्ण ने गुरुकूल में 64 दिन मे 64 विधाएं ग्रहण की थी। कथा के दौरान प्रकाशचन्द्र गुप्ता के पुत्र न्यायाधीश रविन्द्र गुप्ता ने भी अपने परिजनों के साथ कथा का श्रवण किया।