डॉ.इंद्रजीत ने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा-158 की उपधारा 4 के तहत जमानत बचाने के लिए उम्मीदवारों को कुल वैध वोटों का 1/6 मत हासिल करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि अंबाला लोकसभा क्षेत्र में 16 उम्मीदवार, भिवानी महेंद्रगढ़ में 19, गुडग़ांव में 22, करनाल में 14, सिरसा में 18 सोनीपत में 27, कुरुक्षेत्र में 22, फरीदाबाद में 25, हिसार में 24 और रोहतक में 16 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। उन्होंने बताया कि हरियाणा में मतों का सबसे अधिक 58.02 प्रतिशत बीजेपी का रहा। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी को 0.36 प्रतिशत, बीएसपी ने 3.64 प्रतिशत, सीपीआई को 0.06 प्रतिशत, सीपीएम को 0.07 प्रतिशत, इंडियन नेशनल कांग्रेस को 28.42 प्रतिशत, आईएनएलडी को 1.8 प्रतिशत तथा अन्य को 7.15 प्रतिशत मत मिले।
हरियाणा में भाजपा ने क्लीन स्वीप कर दस की दस सीटों पर जीत हासिल की हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का सियासी कद बढ़ गया है। कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान का असर परिणाम में साफ देखने को मिली। दो गुटों में बटी कांग्रेस किसी भी प्रत्याशी को पार नहीं लगा पाई। कुमारी शैलजा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, दुष्यंत चौटाला सरीखे दिग्गज नेता भी मोदी लहर में पस्त हो गए।