ठोस कचरा प्रबंधन
गुरुग्राम नगर निगम सीमा में प्रतिदिन एक हजार टन कचरा उत्पन्न होता है। कचरा प्रबंधन के लिए इकोग्रीन एनर्जी को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो घरों से कचरा एकत्रित करके बंधवाड़ी पहुंचाती है, जहां पर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्य सडक़ों की सफाई के लिए 4 स्वीपिंग मशीनें हैं तथा लगभग 5 हजार सफाई कर्मचारी हैं। इन कर्मचारियों को बीट वाईज जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
अपने परिसर में कचरे का निस्तारण अनिवार्य
निगम सीमा में स्थित बल्क वेस्ट जनरेटरों को अपने परिसर में कचरे का निस्तारण करना अनिवार्य किया गया है तथा मशीनरी और तकनीकी सहायता के लिए 11 एजेंसियों को एम्पैनल किया हुआ है।
300 टन प्रतिदिन क्षमता का मलबा प्रबंधन प्लांट
मलबा प्रबंधन के बारे में बताया गया कि शहर में प्रतिदिन 800 टन मलबा उत्पन्न होता है। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा आईएलएंडएफएस के सहयोग से 300 टन प्रतिदिन की क्षमता का मलबा प्रबंधन प्लांट लगाया गया है, जिसे 1500 टन प्रतिदिन की क्षमता तक बढ़ाया जाएगा। साथ ही दो मोबाइल मलबा प्रबंधन यूनिट स्थापित करने की दिशा में कार्य हो रहा है। घरों से मलबा उठाने के लिए दो एजेंसियां एम्पैनल की हुई हैं।
इन्होंने किया स्वागत
इससे पहले मेयर मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर प्रमिला गजेसिंह कबलाना तथा डिप्टी मेयर सुनीता यादव ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। कार्यकारी अभिंयता सौरभ नैन, सहायक अभियंता कुलदीप सिंह, ठोस कचरा प्रबंधन एक्सपर्ट सोनिया दूहन तथा आईटी सलाहकार विनोद वर्मा इस दौरान उपस्थित थे।
प्रतिनिधिमंडल में यह रहे शामिल