एयर लैब डिविजन के पूर्व प्रमुख दीपांकर साहा ने बताया कि गुडग़ांव अरब से आने वाली हवाओं से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है क्योंकि यह दिल्ली के पश्चिम में स्थित है और धूल के कण उत्तर पश्चिम दिशा से आ रहे हैं। दिल्ली और एनसीआर में आद्रता का स्तर काफी ऊंचा है इसलिए पार्टिकुलेट मैटर हवा की नमी में चिपक जाते हैं। जब तक कि तेज हवा और बारिश नहीं होती पूरे क्षेत्र में यही स्थिति बनी रहेगी।
सीपीसीबी के अनुसार देश में 94 ऐसे शहर हैं जहां हवा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है। इसमें 17 शहर महाराष्ट्र में हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत वायु प्रदूषण से सबसे बुरी तरह प्रभावित है। यहां हवा की खराब गुणवत्ता के कारण हर साल 19 लाख असमय मौत होती हैं, यानि 2,27 मौत प्रति मिनट। वहीं बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से संघातक बीमारियां हो रही हैं इसमें सांस फूलना कैंसर डायबिटीज और अन्य प्रदूषण जनित बीमारियां हैं। तथा 27 फीसदी भारतीयों के मौत की वजह वायु प्रदूषण से होती है। इसमें अल्प और मध्यम आय वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।