करेंगे डिजिटल प्रचार
इस मौके पर एटीडीसी के चेयरमैन जयंत मल्ल बरुवा ने कहा कि आने वाले समय में पर्यटन के मोबाइल ऐप के जरिये सफारी और लॉज बुकिंग की जा सकेगी। दो रेडियो जिंगलों को अंग्रेजी-हिंदी समेत 11 भाषाओं में तैयार किया गया है। पिछले साल के विज्ञापनों को यू ट्यूब और हॉटस्टार पर एक करोड़ लोगों ने देखा। इस बार हम गूगल पर भी प्रचार करेंगे। टार्गेट राज्यों में क्षेत्रीय भाषाओं में इन्हें दिखाया जाएगा। देशी पर्यटक भी हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। कोशिश यही है कि पर्यटन उद्योग के बढ़ावे से बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिले। हमने युवकों को आमार आलोही योजना के तहत आठ लाख रुपए की सब्सिडी तक दी है। इस योजना के तहत पर्यटकों को होमस्टे का लाभ मिल सके। ढांचागत व्यवस्थाओं को बेहतर किया गया है। सरकार ढांचागत व्यवस्थाएं बनाने वालों को हर संभव मदद देगी।
गोल्फ पर्यटन को दिया जाएगा बढावा
बरुवा ने कहा कि गुवाहाटी-उत्तर गुवाहाटी रोप-वे का कार्य लगभग पूरा होने वाला है। सोनाराम फील्ड से कामाख्या मंदिर तक भी रोप-वे का निर्माण किया जाएगा। राज्य में रिवर कु्रज काफी लोकप्रिय हुआ है। गुवाहाटी-माजुली के बीच चलने वाले महाबाहू रिवर क्रूज में सात दिन लगते हैं। इसकी लोकप्रियता इतनी है कि विदेशी सैलानियों का तांता लगा रहता है। 2019 तक इसकी बुकिंग है। गुवाहाटी में दस लग्जरी रिवर क्रूज चल रहे हैं। हर दिन ये दो फेरा लगाते हैं और इसमें पूरी भीड़ रहती है। राज्य में साहसिक पर्यटन भी काफी आगे बढ़ चुका है। इसमें भी काफी संभावनाएं हैं। राज्य में चाय और गोल्फ पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। यहां काफी गोल्फ कोर्स हैं। तोक्यो-गुवाहाटी के बीच सीधी उड़ान होने से गोल्फ पर्यटन के लिए काफी पर्यटक आएंगे। जोरहाट में एशिया का सबसे बड़ा दूसरा गोल्फ कोर्स है। 22 अधिसूचित गोल्फ कोर्स हैं। वैसे अनेक गोल्फ कोर्स भी हैं। इन सबसे काफी राजस्व आने की संभावना है। रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
आतिथ्य पर देना होगा ध्यान
राज्यसभा सांसद विश्वजीत दैमारी ने इस अवसर पर कहा कि हमें अब आतिथ्य पर ध्यान देना होगा। पर्यटन स्थलों तक जाने के लिए यातायात के बेहतर साधन चाहिए। साथ ही ढांचागत सुविधाएं भी। सबको मिलकर कार्य करना होगा। पर्यटक मौज-मस्ती के लिए आते हैं। उनके लिए केसिनो-लॉटरी जैसे चीजों को वैध करना होगा। इसमें आपत्ति नहीं करनी चाहिए। पारंपरिक शराब को भी परोसे जाने का बंदोबस्त करना चाहिए। साथ ही उग्रवादियों के डेजिगनेटेड कैंप में भी पर्यटकों की जाने की सुविधा होनी चाहिए ताकि उन्हें राज्य के उग्रवाद के बारे में पता हो सके। बाढ़ पर्यटन को भी शुरू किया जा सकता है।