खोले राहत शिविर
राज्य सरकार की तरफ से धीमाजी और शिवसागर में राहत शिविर खोले गए हैं। इनमें करीब एक हजार लोगों को रखा गया है। जलजनित हादसों में एक व्यक्ति की मौत नजीरा में और दूसरे की शिवसागर में हुई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि असम राज्य और पड़ोसी राज्यों में लगातार बारिश से बाढ़ की दूसरी लहर की चपेट में है। राज्य में लगातार हो रही बारिश के बाद ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। असम के अन्य जिलों के अलावा गुवाहाटी में भी ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगातार तेजी से बढ़ रहा है।
ब्रह्मपुत्र व दूसरी नदियां खतरे के निशान पर
ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शिवसागर में दीखू नदी खतरे के निशान से ऊपर है, शिवसागर जिले के नंगलमुरघाट में दिसंग नदी, गोलाघाट जिले में नुमालीगढ़ में धनसिरी नदी, सोनितपुर जिले में एनटी रोड पर जिया भराली नदी हैं। गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी का प्रतिघंटे एक सेमी बढ़ रहा जलस्तर बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अधिकारी जीतमोनी दास ने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। पिछली रात से, जल स्तर प्रति घंटे 1 सेमी बढ़ रहा है। अगर बारिश जारी रहती है तो पानी का स्तर और अधिक बढ़ जाएगा।
10 लोगों की हो चुकी है मौत
ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए, कामरूप (मेट्रो) जिला प्रशासन ने गुवाहाटी में नौकाओं, नौका सेवाओं को स्थगित कर दिया है। इस वर्ष बाढ़ की पहली लहर में राज्य में 10 लोगों की मौत हो गई। “कामरूप (मेट्रो) जिले में ब्रह्मपुत्र नदी के जल स्तर में वृद्धि देखी गई है और 2-3 दिनों के भीतर खतरे के स्तर पर बढऩे का अनुमान लगाया गया है, ऐसी परिस्थितियों में नौका सेवाओं को रोक देने से अप्रिय घटनाएं हो सकती हैं जो खतरे का कारण बन सकती हैं।