मुहाने पर लगी आग बुझाई
आग अब तेल के कुए और उसके मुहाने पर लगी हुई है। लोगों को अग्नि दुर्घटना से बचाने के लिए करीब डेढ़ किलोमीटर के इलाके को रेड जोन घोषित किया गया है। सिंगापुर की अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल नामक कंपनी के तीन विशेषज्ञ गैस रिसाव को रोकने के लिए सोमवार से काम कर रहे हैं। इन विशेषज्ञों को कुए में हुए विस्फोट के बाद निकल गैस के बाद बुलाया गया था। आग के मामले में अमरीका और कनाड़ा से विशेषज्ञों को बुलाया गया है। अनुमान है कि दो दिन में विशेषज्ञ पहुंच जाएंगे।
आग की जांच के आदेश
ओआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुशील चंद्र मिश्रा ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री सबानज़्ंद सोनोवाल ने गुरुवार को गैस कुएं में आग लगने के मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए है। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनिंदर सिंह जांच करेंगे और यह रिपोर्ट 15 दिन में पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘कंपनी के कुछ अधिकारियों और उसके निजी कुआं संचालक पर लगे लापरवाही के आरोपों की भी जांच की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि इस त्रासदी के लिए कौन उत्तरदायी है।
दो दिन पहले लगी थी भयावह आग
गौरतलब है कि तेल कुए में करीब पन्द्रह दिन पहले अचानक हुए विस्फोट के साथ गैस निकलने लगी थी। इससे समीप स्थित अभ्यारण्य में डॉल्फिन और दूसरी मछलियां मर गई थी। इसके बाद असम सरकार की ओर से मौके का जायजा लिया गया। सिंगापुर से दो विशेषज्ञ भी बुलाए गए। इस बीच दो दिन पहले इस तेल के कुए में भीषण धमाके के साथ आग लग गई। आग की लपटे दो किलोमीटर दूरी तक दिखाई दे रही थी। कुए में काफी तादाद में तेल और गैस होने का अनुमान है। विशेषज्ञों ने आग पर पूरी तरह काबू पाने में काफी वक्त लगने की उम्मीद जताई है।