पहले अशांत इलाका था…
बाक्सा जिला बोड़ोलैंड टेरोटेरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट(बीटीएडी)के चार जिलों में से एक है। लंबे समय तक बोड़ोलैंड आंदोलन चलने के कारण यह इलाका अशांत रहा है। उग्रवाद का साया भी था। बीटीएडी बनने के बाद इलाके में कुल मिलाकर शांति स्थापित हो गई है। ओली ने बताया कि पिछले साल के स्वतंत्रता दिवस की रैली के दौरान ही क्लब के सदस्यों में यह विचार आया था कि सबसे लंबा राष्ट्रीय ध्वज बनाना है। रैली में मौजूद एक दर्जी ने तभी वादा किया था कि वह बिना पारिश्रमिक के इसे सिल देगा। सिर्फ उसे कपड़ा और पर्याप्त समय चाहिए। बत्तीस साल के प्रकाश दर्जी ने बताया कि गुवाहाटी से उपरखुटी में कपड़ा ध्वज के लिए एक अगस्त को आया। यदि पहले आता तो इसे मैं अकेला ही सिल देता।
पांच दर्जियों ने मिल कर लगातार किया काम, तब बना इतना लंबा ध्वज
प्रकाश ने ही पिछले साल इसे सिलने का वादा किया था। ध्वज के कपड़े के लिए क्लब ने चंदे से पैसा इकट्ठा किया। देरी होने के चलते प्रकाश ने अन्य पांच दर्जियों के साथ मिलकर 2 अगस्त से इसको सिलने का कार्य शुरु किया। हमने अपने सभी कार्य रोक दिए। पिछले 15 दिनों से हमारी दुकानें बंद रखीं। दुकान के पीछे हम काम करते थे ताकि बिना रोक-टोक कार्य कर सकें। प्रकाश ने अपने पिता से दर्जी का कार्य सीखा। उनकी इलाके में चालीस साल पुरानी दुकान है। बुधवार को लंबे राष्ट्रीय ध्वज के साथ जो रैली निकाली गई।
हिमा दास को समर्पित की रैली
आयोजकों के मुताबिक, उन्होंने जो इस मौके पर रैली निकाली, वह वर्ल्ड अंडर 20 चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतनेवाली असम की हिमा दास को समर्पित की गई। प्रकाश का कहना था कि उसकी पत्नी मंजु देवी ने भी इसे सिलने में मदद की। मैं और मेरा भाई तुलाराम कार्की पिछले दो हफ्तों से चैन की नींद नहीं सो पाए। यह विश्व रिकार्ड बने या न बने, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। इससे मेरे बिजनेस को आर्थिक नुकसान हुआ हो तो भी ठीक है। हमारे बच्चों का यह बड़ा कार्य है। मैं अपने को इससे जोड़कर गर्व महसूस करता हूं।