प्रधानमंत्री की दो महत्वाकांक्षी योजना पोषण और मातृ वंदना का कामकाज राज्य में सिर्फ 5 प्रतिशत ही हुआ है। बैठक में राज्य की समाज कल्याण मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्म अपने विभाग के अधिकारियों के साथ उपस्थित थी। उन्होंने कहा कि चुनाव के चलते योजनाओं को लागू करने में देर हुई है। इस पर स्मृति ने विभाग के अधिकारियों को पूछा कि योजनाओं को लागू करने में उन्हें कितना वक्त लगेगा। इस पर अधिकारियों ने कहा कि उन्हें दो-ढाई महीने की जरूरत पड़ेगी। तब स्मृति ने अधिकारियों से कहा कि मैं आप लोगों को 11 महीने का वक्त देती हूं। इन योजनाओं को पूरी तरह लागू की जाए।
स्मृति ने कहा कि राज्य में शिशु मृत्यु दर देश में सबसे अधिक है। इसलिए पोषण योजना को सही ढंग से लागू करने की जरूरत है। स्मृति इस समीक्षा बैठक के लिए दिल्ली से आयी और दो घंटे की बैठक करने के बाद वापस दिल्ली लौट गयी। स्मृति राज्य के कामकाज से असंतुष्ट होकर लौटी। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य की समाज कल्याण मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्म ने कहा कि पूर्व के अधिकारियों की वजह से योजनाओं में दिक्कत आयी है। समाज कल्याण विभाग के पूर्व कई निदेशक भ्रष्टाचार के कारण गिरफ्तार भी हो चुके हैं। फर्जी लाभार्थियों के नाम पर राशि लेने के चक्कर में केंद्रीय योजनाओं पर भी असर पड़ा है।
स्मृति ने उधर अपने टि्वटर पर लिखा, असम में पोषण अभियान की प्रगति पर चर्चा करने के लिए गुवाहाटी में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से मुलाकात की और बच्चों तथा महिलाओं में कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में असम को अग्रणी राज्य बनाने के समाधानों पर चर्चा की।