दल में शामिल पार्टी विधायक महुआ मैत्र ने सिलचर हवाई अड्डे पर दुर्व्यवहार और प्रताडि़त किए जाने के विरोध में अलीपुर थाने में असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई तो पार्टी सांसद काकुली घोष दस्तीदार और सांसद ममता बाला ठाकुर ने दमदम एयरपोर्ट थाने में सोनोवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। साथ ही गुरुवार को पार्टी प्रतिनिधियों से बदसलूकी और उत्पीडऩ के विरोध में तृणमूल अगले दो दिन शनिवार और रविवार को काला दिवस मनाएगी। शुक्रवार सुबह कोलकाता लौटे प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि उनके साथ घुसपैठियों जैसा व्यवहार किया गया। पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के जिले और ब्लॉकों में शनिवार और रविवार को काला दिवस मनाएगी।
गौरतलब है कि पश्चिमबंगाल और असम के राजनीतिक तारों के टकराव का यह दौर असम से एनआरसी ड्राफ्ट सामने आने के बाद शुरू हुआ। दरअसल हुआ यूं कि गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के छह सांसदों और पश्चिम बंगाल सरकार के एक मंत्री तथा एक विधायक प्रतिनिधिमंडल एनआरसी में बंगाली लोगों के नाम न रहने के हालात में उनका हालचाल जानने के लिए असम आया था। इस आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को असम पुलिस ने सिल्चर के कुंभीरग्राम हवाईअड्डे पर सुरक्षा कारणों के चलते रोक लिया था, लेकिन इन्हें रोकने के चक्कर में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के साथ पुलिस की झड़प भी हुई, जिसमें दो महिला पुलिसकर्मियों समेत तीन लोगों को चोटें भी आई। गुरुवार शाम प्रतिनिधिमंडल के आठों सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी को सीआरपीसी की धारा 51 के तहत गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों में टीएमसी के सांसद शुखेंदु शेखर राय, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, ममता बाला ठाकुर, डा.रतना डे नाग, डा.काकोली घोष दस्तिदार, बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम, विधायक महुला मोइत्रा शामिल थे।
इस मामले में असम पुलिस के महानिदेशक कुलधर सैकिया ने कहा कि हमने उन्हें समझाने की कोशिश की थी कि असम में शांति है। धारा 144 लागू है। इसलिए एक साथ पांच लोग जमा नहीं हो सकते हैं, लेकिन वे हमारी बात मानने को तैयार नहीं हुए। सांसदों के साथ पुलिस की भिड़त में दो महिला पुलिस कर्मी रुबी रानी दास, चंपा दास को चोटें आई। साथ ही प्रशासन विभाग के एक अधिकारी को भी चोटें आई। उधर राज्य के विभिन्न थानों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ तीन मामले विभिन्न संगठनों ने दर्ज कराए गए।