उधर मंगलवार की रात उल्फा स्वाधीन ने चराईदेव जिले के अंतर्गत बरहाट थाना क्षेत्र के अधीन सापेखाटी के नजदीक टिमनहाबी चाय बागान के प्रबंधक नोमल चंद्र बरुवा का अपहरण कर लिया था।इससे पहले तिनसुकिया के जागुन से स्टोन क्रेशर के मुहरी का अपहरण किया गया। पिछले 36 घंटों में उल्फा स्वाधीन की यह तीसरी घटना है। संगठन ने अब तक इनकी जिम्मेदारी नहीं ली है, पर राज्य के पुलिस महानिदेशक कुलधऱ सैकिया ने कहा कि इन तीनों घटना में उल्फा स्वाधीन का हाथ है। इनके खिलाफ असम पुलिस अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड पुलिस के साथ मिलकर सीमाई इलाकों में अभियान चला रही है।साथ ही अपह्रत व्यक्तियों को बरामद करने की कोशिश की जा रही है।
इधर उल्फा स्वाधीन में लगातार नई भर्तियां हो रही है। राज्य के युवक-युवती फिर एक बार उल्फा के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। आसू नेता,उल्फा नेता परेश बरुवा का भतीजा,युवतियां बड़े पैमाने पर उल्फा में जा रहे हैं। इससे पहले उल्फा की कमर पूरी तरह टूट चुकी थी, लेकिन राज्य में प्रस्तावित नागरिकता विधेयक के खिलाफ बने माहौल के बीच उल्फा में युवक-युवतियों के जाने का सिलसिला फिर एक बार बढ़ा है। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने घटना की तीखी निंदा करते हुए पुलिस महानिदेशक को तुरंत इन्हें पकड़ने को कहा है।