वितरक और सप्लायर्स से इस बारे में सहयोग करने की अपील की गई है। स्टार सीमेंट की किसी भी तरह भंडारण नंही करने की भी सलाह दी गई। स्वयंभू सरकार ने कहा है कि मणिपुर भी सीमेंट नहीं भेजी जाए। स्वयंभू सरकार ने कहा है कि स्टार सीमेंट के प्रबंधन और उनके बीच उत्पन्न हुई स्थिति के चलते यह प्रतिबंध लगाया गया है। अगले नोटिस तक सभी को इसमें सहयोग करने की अपील की गई है। इसकी प्रति स्टार सीमेंट के चेयरमैन, स्टार सीमेंट के डीलर और सप्लायर्स को भी भेजे जाने की बात लिखी गई है।
टैक्स राशि न देने पर की जाती है बड़ी कार्रवाई
मालूम हो कि नगालैंड में एनएससीएन (आईएम) के साथ केंद्र की शांति प्रक्रिया जारी है। सभी जानते हैं कि नगालैंड में शांति प्रक्रिया में रहते हुए एनएससीएन (आईएम) सामानांतर सरकार चलाता है। स्वयंभू सरकार वहां व्यापार-वाणिज्य करने वालों से टैक्स वसूलती है। इन्हें यह टैक्स न देने से व्यापारियों को गंभीर परिणाम भुगतने होते हैं। डिमापुर के पास स्थित हैबरन में इस स्वयंभू सरकार का पूरा मंत्रालय है।
यह कहना है स्टार प्रबंधन का
माना जा रहा है कि स्टार सीमेंट से जितनी रकम की मांग की गई है वह देने से मना करने के चलते यह प्रतिबंध लगाया गया है। स्टार सीमेंट पूर्वोत्तर का एक जाना माना ब्रांड है। उधर हमने पूरे मसले पर स्टार सीमेंट का पक्ष जानने की कोशिश की तो प्रबंधन का कहना था कि उन्हें इस बारे में कुछ मालूम नहीं है।