scriptप्रेग्नेंसी रोकने के लिए यहां लड़कियों को लगाए जाते है ऐसे इंजेक्शन,खबर पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग | Shelter Home Snehalaya Gwalior latest news in hindi | Patrika News
ग्वालियर

प्रेग्नेंसी रोकने के लिए यहां लड़कियों को लगाए जाते है ऐसे इंजेक्शन,खबर पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग

प्रेग्नेंसी रोकने के लिए यहां लड़कियों को लगाए जाते है ऐसे इंजेक्शन,खबर पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग

ग्वालियरSep 23, 2018 / 06:47 pm

monu sahu

Shelter Home Snehalaya Gwalior

प्रेग्नेंसी रोकने के लिए यहां लड़कियों को लगाए जाते है ऐसे इंजेक्शन,खबर पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग

ग्वालियर। शेल्टर होम स्नेहालय में मूक बधिर युवती के साथ चौकीदार साहब सिंह द्वारा बलात्कार का मामला सामने आने के बाद अब कई नए खुलासे सामने आ रहे हैं। यहां रहने वाली करीब 18 लड़कियों की महावारी रोकने उन्हें इंजेक्शन संचालक डॉ. वीके शर्मा के लिव इन पार्टनर के कहने पर दिए जाते थे। महिला बाल विकास के सतीश जयंत टीम के साथ काउंसिलिंग करने पहुंचे तो पहली मंजिल पर बनी रसोई की अलमारी में छिपे कुछ इंजेक्शन भी बरामद हुए।
यह इंजेक्शन रक्त स्त्राव रोकने के लिए लगाए जाते हैं, जिसे टीम ने जब्त किया। वहीं परिसर को खंगाला तो मैदान में प्रेगनेंसी रोकने की गोलियों के रेपर भी पड़े मिले। इन रेपरों को सीआइडी की शाखा बाल सहायता प्रकोष्ठ की टीम ने जब्त किया। जबकि युवती से दुष्कर्म करके फरार हुए चौकीदार साहब सिंह गुर्जर और वार्डन प्रभा यादव जो जानकारी होने पर भी चुप रही उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
शहर छोडक़र भागने की फिराक में था
पुलिस का कहना है चौकीदार साहब सिंह गुर्जर निवासी तुरारी को नाका चन्द्रवदनी से गिरफ्तार किया है। करतूत का भंडाफोड़ होने पर यह शहर छोडक़र भागने की फिराक में था।
23 लड़कियों के प्रेगनेंसी टेस्ट हुए
बलात्कार का मामला सामने आने पर शनिवार को स्वास्थ विभाग की टीम स्नेहालय पहुंची। डॉ. रीना सक्सैना ने अपनी टीम के साथ २३ लड़कियों का प्रेगनेंसी टेस्ट किया।
8 लोगों को भेजा जेल
पुलिस ने शुक्रवार को डॉ. वीके शर्मा, भावना शर्मा, डॉ. विवेक साहू, रवि बाल्मीकि, गिर्राज बघेल और जयप्रकाश शर्मा को गिरफ्तार किया था। शनिवार को साहब सिंह और प्रभा भी पकड़ी गई। इन आठों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया।
केयर टेकर की नौकरी पर आई और बन गई मालिकन
भावना शर्मा मूलत: बल्ला गडेरा डबरा की रहने वाली थी। उसकी शादी चूनागढ़ दतिया निवासी दिनेश के साथ हुई थी। पति बहुत ही सीधा साधा था। इसके बाद वह बर्ष २००८ में केयर टेकर की नौकरी पर शेल्टर होम आ गई। पति भी साथ में आया। लेकिन कुछ दिनों बाद पति को वहां से रवाना कर दिया। संचालक की मां के निधन के बाद भावना उनके घर आकांक्षा में रहने लगी थी। कुछ सालों में वह शेल्टर होम की मालकिन बन गई। जैसा वो कहती वैसा होम में होने लगा। उसकी बात का कोई इनकार करता तो उसे तंग भी करती थी।
बंद कमरे में पूछताछ, जानकारियां मिलीं
बलात्कार का मामला सामने आने पर पुलिस की बाल सहायता प्रकोष्ठ से एसआई डिंपल मौर्य, अनिल शर्मा, एएसआई परवल सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक अशोक कुमार अरोरा और आरक्षक अहवरन सिंह शेल्टर होम पहुंचे। पहले काफी देर परिसर का जायजा लेते रहे। फिर करीब आधा घंटे एक कमरे में स्टाफ और बच्चों से बदं कमरे में पूछताछ की। बताया जाता है कि कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां उन्हें मिली है।
रिमांड से बचा
गिरफ्तार होने पर संचालक वीके शर्मा पुलिस के सामने अपनी बीमारी का दुखड़ा लेकर बैठ गया। उसका कहना था कि उसे कई बीमारियां हैं। इस कारण पुलिस ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए। उसे रिमांड पर लेना उचित नहीं समझा।
Shelter Home Snehalaya Gwalior
नारी निकेतन से आई थी लड़कियां
अक्टूबर में पहली बार नारी निकेतन से स्नेहालय में ८ लड़कियां भेजी गई थीं। जिसमें एक अक्टूबर २०१७ में भाग निकलीं। लडक़ी का कहना है कि वह लडक़ी अक्सर रात में गायब हो जाती थी। ढूंढने पर भी कही नहीं मिलती। आधी रात को साहब सिंह उसे लेकर आ जाता है। बोलता उसे परिसर में मिली है। जबकि उस जगह वह पहले ही तलाश चुकी होती थी। उसे शक है कि उस लडक़ी के गायब होने में साहब सिंह का ही हाथ हो।
“पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। स्नेहालय में फंडिंग कितना और कहां से आता था। फिलहाल चौकीदार और प्रभा भी गिरफ्त में आ चुके हैं।”
अमित भदौरिया, टीआइ बिलौआ थाना

Home / Gwalior / प्रेग्नेंसी रोकने के लिए यहां लड़कियों को लगाए जाते है ऐसे इंजेक्शन,खबर पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो