शहर में फॉगिंग के नाम पर निगम द्वारा महज खानापूर्ति की जा रहा है। जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं वहां भी फॉगिंग नहीं हो रही है। इसके पीछे निगम कर्मचारियों के अनुसार संसाधन की कमी है। जबकि हाईकोर्ट ने भी निगम को फटकार लगाते हुए मशीनों की मरम्मत कर मशीनें खरीदने के लिए भी कहा था। इसके बावजूद निगम ने कोई तैयारी नहीं की और अब हालात बिगडऩे लगे हैं। मशीनों की बात करें तो निगम के अनुसार 25 मशीनें हैं, जिसमें से चालू हालत में 16 हैं लेकिन स्टॉफ की कमी के कारण यह भी नहीं चल पा रही हैं।
दक्षिण विधानसभा की बात करें तो यहां 7 मशीनें हैं, जिसमें से 3 खराब हैं। इसके अलावा यहां सिर्फ 2 लोग ही हैं जिसके कारण सिर्फ 2 मशीन ही चल रही हैं। यहां 20 वार्ड हैं ऐसे में दो लोग अगर देखा जाए तो सही ढंग से 2 वार्ड भी नहीं कर सकते लेकिन खानापूर्ति कर निगम द्वारा 7 वार्डों में फॉगिंग का दावा किया जाता है।
पूर्व विधानसभा में भी 7 मशीन हैं जिसमें से 4 ही चालू हैं। 3 मशीन अक्टूबर से वर्कशॉप में पड़ी हैं इन्हें ठीक तक नहीं कराया गया है। यहां भी स्टाफ की कमी है सिर्फ 3 मशीन ही चल रही हैं।
यहां 7 मशीने हैं लेकिन इसमें से 3 वर्कशॉप में हैं। जबकि विधानसभा में 21 वार्ड हैं लेकिन यहां भी 3 मशीनों को ही ऑपरेटर चला रहे हैं। जिससे क्षेत्र में सही ढंग से फॉगिंग नहीं हो पा रही है।