MUST READ : जल संकट: पानी के फेर में बंटे लोग, पहले पानी बचाने वाले, दूसरे बर्बाद करने वाले और तीसरे दूसरों पर निर्भर नगर परिषद की ओर से कराए गए सर्वे में सालो से बीपीएल कार्डके माध्यम से शासकीय योजनाओं का लाभ ले रहे लोग अमीर निकले।सर्वे सूची को नप, तहसील तथा विद्युत कंपनी के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया गया है।30 अगस्त तक दावे आपत्तियां मांगी गई है।आपत्तियों का निराकरण करने के बाद राशनकार्डनिरस्त कर दिए जाएंगे।
बीपीएल कार्डो की जांच के लिए नगरपरिषद ने सात महीना पहले सर्वे दलों का गठन सभी १५ वार्डो में किया गया था।सघन जांच के बाद सर्वे दलो ने ८६९ बीपीएल कार्डो को अवैध माना था। जो कुल बीपीएल कार्डो का ३० फीसदी से भी अधिक है। सर्वे के दौरान सामने आया कि जिनके पास राशनकार्ड है उनके पास पक्का मकान, जमीन,टै्रक्टर तथा घरों में विलासिता का सामान भी पाया गया था। कई बीपीएल कार्ड धारी तो ऐसे भी पाए गए जो दर्ज पते पर निवासरत ही नहीं हैं।नपा की ओर से बताया गया है कि बीपीएल कार्ड अभी निरस्त नहीं किए गए हैं।
MUST READ : जैसे ही खाना देखा सब्जी में थी छिपकली, मध्यान भोजन में लापरवाही लगातार जारी दावे-आपत्तियां आने के बाद उनकी जांच कराईजाएगी।यदि जांच में हितग्राही अपात्र पाया गया तो निरस्त कर दिया जाएगा।नपा क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसे गरीब है जो पात्रता की श्रेणी में तो आते है लेकिन उनके पास राशनकार्ड नहीं है। नपा बोर्ड पर चस्पा की गई सूची का अवलोकन करने के लिए दो दिन से परिसर में भीड़ लगी हुई है।
“सात महीने पहले शासन के निर्देशानुसार असली गरीबों का पता लगाने के लिए सवे दलों का गठन किया गया था इसमें नप कर्मियो के अलावा राजस्व विभाग के पटवारियों को भी शामिल किया गया था। सर्वेरिपोर्टके आधार पर सूची चस्पा कर दी गई है। आपत्तियों की जांच कराने के बाद बीपीएल कार्ड निरस्त कर दिए जाएंगे।”
एनएल करोलिया सीएमओ नप मेहगंाव भिण्ड
फैक्ट फाइल
नगर परिषद मेहगंाव की जनसंख्या -25 हजार
नपा में वार्डों की संख्या -14
बीपीएल कार्डो की संख्या- 2345
अवैध पाए गए बीपीएल कार्डो की संख्या-869