अब ये प्रेमी जोड़ा एक साथ ही रहेगा इसके लिए दोनों शादी न करके लिव-इन में रहने का फैसला किया है। पश्चिमी देशों से शुरू हुआ लिव-इन का चलन अब भारत के छोटे शहरों तक पहुंच गया है। लिव-इन रिलेशन के मामले आम तौर पर देश के बड़े शहरों में देखने को मिलते रहे हैं। ग्वालियर में 67 साल की रामकली को 28 साल के भोलू से प्यार हो गया और अब दोनों लिव इन में रहने लगे। दोनों ने शादी का फैसला न करते हुए अपने लिव इन रिलेशन को ही दस्तावेज की मान्यता देने के लिए नोटरी कराई है।
लिव इन रिलेशन को दस्तावेज की मान्यता लेने रामकली और भोलू के ग्वालियर जिला न्यायालय पहुंचे और लिव इन का दस्तावेज बनवाकर नोटराइज्ड करा दिया। 67 साल की रामकली मुरैना जिले के कैलारस की रहने वाली है। बताया जा रहा है कि दोनों ने लिव इन रिलेशन में रहना ही तय किया। वह दोनों ही शादी नहीं करना चाहते।
इस प्रेमी जोड़े का कहना है कि वह एक दूसरे से बहुत प्रेम करते हैं और हमेशा साथ रहना ही चाहते हैं। लिव इन रिलेशन में रहने के साथ ही किसी तरह का विवाद ना हो इसलिए दस्तावेज की नोटरी कराई है। वही कानून के जानकारों के मुताबिक इस नोटराइज्ड दस्तावेज की कानूनी रूप से कोई मान्यता नहीं होती है। इस तरह का कांटेक्ट एक्ट (मुहायदा) केवल मुसलमानों में ही मान्य होता है। हिंदू मैरिज एक्ट के मुताबिक विवाह अनुबंध की श्रेणी में नहीं आता है, इसलिए लिव-इन का यह एग्रीमेंट अमान्य होगा।