रात में काफी देर तक जब एसएनटी विभाग की टीम को फॉल्ट समझ में नहीं आया तो इसकी सूचना आरपीएफ को दी गई। एसएनटी विभाग को आशंका थी कि किसी आपराधिक तत्व ने कोई तार तोड़ दिया है, इसके कारण आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर जंगलों में शरारती तत्वों को ढूंढा, लेकिन कोई नहीं मिला। लगभग तीन घंटे बाद आरपीएफ की टीम लौट आई। फॉल्ट समझ में नहीं आने पर रात में सभी ट्रेनों को अथोरिटी लेकर ही निकाला गया।
ग्वालियर से झांसी की ओर जाने वाली जीटी, यूपी संपर्क क्रंाति, हबीबगंज, मालवा एक्सप्रेस, कर्नाटक, तमिलनाडु, पठान कोट, दक्षिण, नादेड़ और राजधानी के ड्राइवर ने सिथौली स्टेशन पर स्टेशन मास्टर से अथोरिटी पत्र लेकर ट्रेनों को आगे बढ़ाया। इनके अलावा इस रूट पर कई मालगाडिय़ों को भी रोका गया।
रेलवे के एसएनटी विभाग फॉल्ट को समय रहते नहीं सुधार पाता। बीती रात को जिस स्थान पर फॉल्ट हुआ, उसी स्थान पर मंगलवार शाम 6-7 बजे के बीच भी फॉल्ट हुआ था। विभाग की टीम ने फॉल्ट ढूंढने के लिए तीन चार घंटे तक यहां काम किया था, उसी जगह फॉल्ट फिर हो गया।
तकनीकी खराबी के कारण बीती रात को संदलपुर और सिथौली के बीच फॉल्ट आ गया था, इसे ठीक करने के लिए हमारी टीम रातभर लगी रही। सुरक्षा की दृष्टि से ट्रेनों को अथोरिटी लेकर आगे बढ़ाया गया।
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झांसी मंडल