20 साल पहले शराब छोड़ी थी अब इस बुरी आदत से की तौबा, अब देश में बन गए है एक मिसाल
जिला प्रशासन ने जिले के सभी परिवार व उनके सदस्यों की समग्र आईडी बनाने के लिए जिले के सभी नगरीय निकाय को जिम्मेदारी सौपी थी। इसके तहत उन्हें सभी को आधार सीड कराने का काम दिया गया था। करीब दो महीने से इस काम के लिए खास निर्देश दिए थे कि हर हाल में 100 फीसदी आधार सीड किए जाएं ताकि सभी आठ लाख लोगों की आईडी बनाईजा सके। तमाम दिशा-निर्देशों के बाद भी नगरीय निकायों ने इस काम को गंभीरता से नहीं लिया।यही वजह है कि करीब एक चौथाई लोगों के आधार सीड अब तक नहीं हो सके हैं।
सबसे ज्यादा हालत खराब नपा की
नगर पालिका परिषद दतिया क्षेत्र में रहने वाले करीब 8 7 हजार लोगों के आधार ऐसे हैं जिनमें से 42 हजार से ज्यादा को अन्य दस्तावेज के साथ लिंक नहीं किया जा सका। लिहाजा करीब 6 7 फीसदी लोगों की समग्र आईडी नहीं बन पा रही है। हालांकि इसके लिए सामाजिक न्याय विभाग ने सभी को कई बार स्मरण पत्र दिया गया पर किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया । जो लक्ष्य नवंबर के अंतिम दिन में पूरा होना चाहिए था वह अब तक पूरा नहीं हो सका।
जनपद के 75 हजार भी अधर में
यूं तो जिले के हर जनपद व नगर पालिका के हजारों लोगों की आईडी अधर में पर जनपद दतिया की हाल त भी बेहतर नहीं है। यहां दो लाख 8 4 हजार से ज्यादा लोगों के आधार तो बन चुके हैं पर आधार सीडिंग केवल दो लाख नौ लोगों की हो चुकी है। यानी करीब 75 हजार लोग इस असुविधा से गुजर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इसके लिए निकायों ने अभियान के रूप में लेते हुए कुछ स्टाफ को केवल इसी काम में लगा दिया है पर काम की धीमी रफ्तार के चलते काम देरी से हो रहा है।
जल्द हो जाएंगे आधार सीड
“नगर पालिका क्षेत्रमें करीब 70 फीसदी लोगों के आधार सीड हो चुके हैं। काम की अधिकता होने के कारण काम धीमी गति से हो सका है पर अब इस काम पर खास ध्यान दिया जा रहा है। जल्द ही सारे लोगों के आधार सीड हो जाएंगे।”
एके दुबे, सीएमओ, नगर पालिका