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ग्वालियर

कुपोषितों को मिलना था जो खाना वो खा रहे थे गाय भैंस, जानिए कैसे चल रहा था ये गोलमाल

कुपोषित और गर्भवती महिलाओं के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भेजा जा रहा कुपोषण आहार बाजार में एक गल्ला व्यापारी की दुकान व गोदाम में रखा मिला।

ग्वालियरDec 15, 2017 / 07:51 pm

shyamendra parihar

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ग्वालियर/शिवपुरी। सरकार द्वारा कुपोषित और गर्भवती महिलाओं के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भेजा जा रहा कुपोषण आहार बाजार में एक गल्ला व्यापारी की दुकान व गोदाम में रखा मिला। इस पोषण आहार को गल्ला व्यापारी के यहां से दूधिए गाय भैसों के लिए खरीद कर ले जाते थे। प्रशासनिक अमले ने दुकान और गोदाम में रखे हुए माल की जांच करना शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि गल्ला व्यापारी के खिलाफ तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

 

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जानकारी के अनुसार एसडीएम रूपेश उपाध्याय को किसी व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी कि कमलागंज क्षेत्र में स्थित गल्ला व्यापारी नंदू गोयल की दुकान और गोदाम में आंगनबाड़ी पर कुपोषित बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को बंटने वाला रेडी टू ईट फूड, दलिया, चावल बिक रहा है। सूचना पर एसडीएम ने तहसीलदार यूसी मेहरा को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद नायब तहसीलदार गजेन्द्र सिंह लोधी जब प्रशासनिक अमले के साथ नंदू गोयल की दुकान पर पहुंचे तो वहां सरकारी पोषण आहार बिकने के लिए पैकेटों में रखा मिला।

साथ ही उसके गोदाम में भी कई कट्टों में पोषण आहार मिला। संभावना जताई जा रही है कि गोदाम में बड़ी मात्रा में सरकारी पोषण आहार भरा होगा। कुपोषितों का पोषण दुकान में मिलने के बाद इसकी जानकारी महिला एवं बाल विकास अधिकारी ओपी पांडे को दी गई। इसके बाद सीडीपीओ डॉ संजीव खेमरिया ने भी मौके पर पहुंच कर पूरे सामान को जब्त करवाया।

सीडीपीओ ने बताया कि वह इस मामले में गल्ला व्यापारी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की कार्रवाई कर रहे हैं। गल्ला व्यापारी का कहना है कि इस पोषण आहार को उसके यहां से दूधिए अपने जानवरों के लिए खरीद कर ले जाते हैं।

व्यापारी कर रहा भ्रमित करने का प्रयास
नंदू गोयल की दुकान पर पोषण आहार से भरे कट्टे मिलने से यह तो स्पष्ट हो रहा है कि यह पोषण आहार किसी न किसी विभाग के व्यक्ति के द्वारा थोक में दुकानदार को बेचा गया है। इतना सब होने के बावजूद दुकानदार यह कहता रहा कि उसके यहां तो आस पास के बच्चे यह पैकेट बेच कर जाते हैं। विचारणीय पहलू यह है कि अगर बच्चे पैकेट बेच कर जाते हैं तो पैकेट कट्टों में भरे हुए कैसे मिले।


“एसडीएम को सूचना मिली थी कि एक दुकान पर सरकारी पोषण आहार बिक रहा है। इस पर कार्रवाई की गई है। हमने महिला एवं बाल विकास विभाग को कार्रवाई के लिए सूचना दे दी है।”
गजेन्द्र लोधी, नायब तहसीलदार


“फिलहाल सामान को सील्ड कर दिया गया है और मैं गल्ला व्यापारी के खिलाफ एफआईआर कराने जा रहा हूं। इस मामले की जांच कर यह पता करेंगे कि पोषण आहार शहरी क्षेत्र का है या ग्रामीण का। जो भी कार्यकर्ता इस मामले में दोषी पाई जाएंगी उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराएंगे।”
डॉ संजीव खेमरिया, सीडीपीओ

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