2 अप्रैल को हिंसा से सबक लेकर प्रशासन ने 10 अप्रैल को जो इंतजाम किए थे, वही इंतजाम अब डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती पर किए गए हैं। शहर की निगरानी के लिए 34 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही मूर्तियों के पास वीडियोग्राफी कराई जा रही है। जिन संदिग्धों पर 10 अप्रैल को नजर रखी गई थी, उन पर शनिवार को भी निगाह रहेगी। फूलबाग, कबीर आश्रम के सामने, थाटीपुर चौराहा, बारादरी, आंबेडकर पार्क सहित अन्य जगहों पर शांति समिति के लिए टैंट लगाए गए हैं। शहर में जहां भी आंबेडकर की मूर्तियां हैं, उन सभी की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात है। २५ अप्रैल भारत बंद को कलेक्टर ने अफवाह बताया है।
डबरा शहर में 485 पुलिस अफसर
2 अप्रैल को सबसे ज्यादा तोडफ़ोड़ और उपद्रवियों के निशाने पर डबरा शहर भी था। यहां पर भारत बंद वाले दिन बहुत तांडव हुआ था। उपद्रवियों द्वारा किए गए हुड़दंग में २ लोगों की मौत भी हो गई थी। पूरे शहर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 485 जवान बुलाए गए हैं। जिसमें एसएएफ,एसटीएफ, पुुलिस बल के जवान हैं। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। धारा 144 लगा दी गई है।
निगरानी में यह सब
कलेक्टर राहुल जैन ने बताया शांति व्यवस्था के लिए सभी जगह संवाद और संपर्क जारी है, शहर में अफवाह न फैले इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने की गृह मंत्रालय से अनुमति ली गई है। फूलबाग और थाटीपुर में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।
शांति व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम, शांति समितियां
आयोजन व रैली पर प्रतिबंध
संगीनों के साये में आंबेडकर पार्क, प्रतिमा तक जाने की इजाजत नहीं
ग्वालियर। शांति रखने पुलिस और प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। फूलबाग के आंबेडकर पार्क में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां आने वालों को बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा तक नहीं जाने दिया जाएगा। लोग प्रतिमा के नीचे से पुष्प अर्पित कर सकेंगे। शनिवार सुबह ६ बजे से करीब २ हजार से ज्यादा जवान और अधिकारी तैनात रहेंगे। चिह्नित पॉइंट्स पर आरएएफ व एसटीएफ का फोर्स रहेगा। ७० मोबाइल पार्टियां सुबह से रात तक पेट्रोलिंग करेंगी। मुरार, लश्कर से फूलबाग आने वाले रास्तों पर भी नजर रहेगी। उधर आंबेडकर पार्क में नगर निगम ने करीब 20 किलो से ज्यादा फूलों का इंतजाम किया है।
फ्लैग मार्च निकाला
शुक्रवार को सुबह से रात तक पुलिस और प्रशासन के अफसर मंथन करते रहे। 10 अप्रैल को शांतिपूर्वक बंद में सुरक्षा के जो इंतजाम किए गए थे, उन्हें ही दोहराया जा रहा है। १४ अप्रैल को बिना वजह माहौल बिगाडऩे की कोशिश नहीं हो, इसलिए शुक्रवार को पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को मैसेज दिया कि सिर उठाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
जहां एक ओर 14 अप्रैल को लेकर शहर की पुलिस सतर्क होने का दावा कर रही थी, वहीं दूसरी ओर आंबेडकर पार्क के सही सामने अंग्रेजी शराब की दुकान रात 12.15 बजे तक खुली रही। दुकान के आगे ही लोग जाम छलकाते रहे। इस दौरान थाना प्रभारी सहित कई अधिकारियों के वाहन निकले, लेकिन किसी ने भी दुकान को बंद कराने की जरूरत नहीं समझी। यह पुलिस की बड़ी लापरवाही है।