अवैध रूप से भ्रूण परीक्षण करने के मामले में दो महीने पहले सीपी कॉलोनी में अवैध सेंटर पकड़ा गया था। इसके बाद से विभागीय टीम लगातार जांच कर रही है। बुधवार को सुबह किसी ने जानकारी दी कि उपनगर ग्वालियर के लूटपुरा (हजीरा) आंगनबाड़ी केन्द्र पर पदस्थ सहायिका अरुणा राठौर गर्भवती महिला को अल्ट्रा साउंड के लिए झांसी लेकर जाती है। इस पर पिंक सेल की प्रभारी जयति सिंह ने दो टीमों का गठन किया।
एक टीम ने सबसे पहले आंगनबाड़ी केन्द्र से सहायिका अरुणा राठौर को पकड़ा और उसे साथ लेकर झांसी रवाना हुई।
जबकि दूसरी टीम सडक़ मार्ग से झांसी पहुंची और अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर निगरानी के साथ झांसी जिला प्रशासन को साथ लेने की औपचारिकता की।
इसके बाद दोनों टीमों ने सहायिका के बताए अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारा तो मशीन से भ्रूण परीक्षण होता मिला।
यह अधिकारी थे टीम में शामिल
डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत, पीसीपीएनडीटी एक्ट समिति में प्रभारी नोडल ऑफिसर डॉ. बिंदु सिंघल और जिला महिला सशक्तिकरण एवं बाल संरक्षण अधिकारी शालीन शर्मा को सडक़ मार्ग से भेजा गया।
इस टीम ने झांसी पहुंचकर जिला प्रशासन से संपर्क किया और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट वन्या सिंह सहित स्थानीय स्टाफ को साथ लेकर कार्रवाई की।
-पुलिस की ओर से टीम में क्राइम ब्रांच के एएसआइ बलराम मांझी, आरक्षक राखी वैश्य, अनिल कुमार मौर्य, रोहित अहिरवार और गौरव आर्य शामिल थे।
-कलेक्टर अनुराग चौधरी और एसपी नवनीत भसीन ने जिला प्रशासन और पुलिस के साथ कोऑर्डिनेट कर पूरी कार्रवाई को गोपनीय तरीके से अंजाम देने के निर्देश दिए थे।
यहां होता भ्रूण परीक्षण
-मयूर विहार कॉलोनी मेडिकल कॉलेज के पास करगंवा रोड झांसी पर जय माता दी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भ्रूण परीक्षण कराया जाता था। इस सेंटर का रजिस्ट्रेशन रामनरेश पटेल के नाम पर था, जबकि रिपोर्ट पर हस्ताक्षर के लिए डॉ.एमएल वर्मा अधिकृत थे। मौके पर रामनरेश पटेल भ्रूण परीक्षण करते मिला, उसके साथ सौदेबाजी करने वाले सुभाष यादव और आंगनबाड़ी सहायिका को पकड़ लिया गया।
पहले तीन बार ले गई महिलाओं को
-आंगनबाड़ी सहायिका ने बताया कि इससे पहले तीन महिलाओं को भ्रूण परीक्षण के लिए झांसी ले जा चुकी है।
-सेंटर का कर्मचारी सुभाष यादव सौदेबाजी करता था, उसके बाद सहायिका महिलाओं को लेकर जाती थी और सेंटर संचालक रामनरेश पटेल भ्रूण परीक्षण करता था। एक बार परीक्षण के 10 हजार रुपए वसूले जाते थे।
रिपोर्ट पर डॉक्टर के हस्ताक्षर नहीं
-कार्रवाई के दौरान अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट तो मिली है, लेकिन डॉ. एमएल वर्मा के हस्ताक्षर रिपोर्ट में नहीं हैं।
यह हो रही कार्रवाई
-आंगनबाड़ी सहायिका पर विभागीय कारज़्वाई के साथ पीसीपीएनडीटी एक्ट में कारज़्वाई हो रही है।
-अलग न्यायिक क्षेत्र होने से अल्ट्रा साउंड सेंटर पर झांसी में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जा रहा है।
ऐसे होता था सौदा
ग्वालियर से आंगनबाड़ी सहायिका अरुणा ट्रेन से ले जाती थी, झांसी में सुभाष से बात करती थी। पैसे झांसी में ले लिए जाते थे। 3500 सुभाष को देकर सेंटर में भेज देते थे। सुभाष झांसी के पास बरुआसागर के पास का रहने वाला है। पहले कंपाउंडर का काम करता था।
दर्ज करा रहे आपराधिक प्रकरण
-ग्वालियर की आंगनबाड़ी सहायिका द्वारा झांसी के अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अवैध तरीके से भ्रूण परीक्षण कराने की जानकारी मिली थी। झांसी जिला प्रशासन को साथ लेकर हमारी टीम ने कार्रवाई की है, जिसमें मशीन से ***** परीक्षण होता मिला है। आंगनबाड़ी सहायिका पर ग्वालियर में कार्रवाई हो रही है, झांसी में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया जा रहा है।
जयतिसिंह, (आईएएस) प्रभारी-पिंकसेल