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ग्वालियर

प्रभारी मंत्री प्रकोष्ठ में जनप्रतिनिधियों ने लिखे 158 पत्र, 1 वर्ष में 1 भी पत्र का नहीं मिला जवाब

-मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री, सामान्य प्रशासन सब दे चुके निर्देश,अधिकारी फिर भी उदासीन-अकेले प्रभारी मंत्री के 109 पत्रों का जवाब लंबित

ग्वालियरJan 28, 2023 / 11:46 pm

Dharmendra Trivedi

प्रभारी मंत्री प्रकोष्ठ में जनप्रतिनिधियों ने लिखे 158 पत्र, 1 वर्ष में 1 भी पत्र का नहीं मिला जवाब

प्रभारी मंत्री प्रकोष्ठ में जनप्रतिनिधियों ने लिखे 158 पत्र, 1 वर्ष में 1 भी पत्र का नहीं मिला जवाब

श्योपुर। प्रदेश मुख्यालय से होने वाली वीसी, संभाग मुख्यालय से होने वाली वीसी और स्थानीय स्तर पर होने वाली बैठकों में निर्देश के बावजूद अधिकारी प्रभारी मंत्री प्रकोष्ठ के माध्यम से आए पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं। 2 फरवरी 2022 से 14 दिसंबर 2022 तक प्रभारी मंत्री प्रकोष्ठ शाखा के माध्यम से 158 पत्र आए हैं। ये सभी पत्र जिले के अधिकारियों के पास लंबित हैं। सभी पत्र जांच के लिए जिला पंचायत सीईओ, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण, एसडीएम, डीएफओ, सीएमएचओ, एसपी, एमपीईबी, तहसील, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचे हैं,लेकिन इनके जवाब अभी तक लंबित हैं।
भाजपा नेता भी केन्द्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री आदि के माध्यम से भेजे गए पत्रों के जवाब पूछने की बजाय उदासीनता बरत रहे हैं। नेताओं की उदासीनता का फायदा उठाकर अधिकारी भी समय पर जवाब देने की चुप्पी साधकर अन्य कामों में लगे हैं। यह स्थिति तब है जबकि प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद सार्वजनिक मंचों से यह निर्देश दे चुके हैं जनप्रतिनिधियों के पत्रों का जवाब समय से दिया जाए।

किसके कितने पत्र
-110 पत्र प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह के माध्यम से अधिकारियों के पास पहुंचे हैं।
-15 पत्र केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के माध्यम से अधिकारियों के पास पहुंचे हैं।
-1 पत्र राजस्व एवं परिवहन मंत्री के कार्यालय से उप विभागीय अधिकारी श्योपुर के पास पहुंचा है।
-1 पत्र जल संसाधन मंत्री के कार्यालय से टर्राकलां स्टॉप डेम जल संसाधन विभाग में स्थानांतरित करने के लिए भेजा था।
-26 पत्र केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के माध्यम से विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखे थे।
-2 पत्र लोकनिर्माण विभाग राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा के माध्यम से विभागीय अधिकारियों के पास पहुंचे हैं।

जनप्रतिनिधियों के पत्रों का हाल
-भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जाट ने नगर पालिका की जनहित से जुड़ी समस्याओं को निराककृत करने के लिए 2 फरवरी 2022 को पत्र लिखा। यह पत्र जिला पंचायत सीईओ, एमपीईबी, एसएलआर, डीईओ, पीओडूडा, नपा सीएमओ और एसडीओ के पास लंबित है।
-पूर्व विधायक दुर्गलाल विजय ने पदस्थापना के संबंध में 2 फरवरी 2022 को पत्र लिखा। यह पत्र जिपं सीईओ के पास जांच के लिए गया और लंबित है।
-प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने जमूर्दी गांव में हैंडपंप स्वीकृति के लिए 7 मार्च 2022 को पत्र लिखा। यह पत्र ईई पीएचई के पास जांच के लिए पहुंचा और लंबित है।
-रामगावंडी बैरवा बस्ती में मुख्य सड़क बनाए जाने के लिए ग्रामीणों ने 25 फरवरी 2022 को पत्र लिखा। यह पत्र जिला पंचायत सीईओ के पास जांच के लिए गया है।
-सिरसौद पंचायत सरपंच ने 18 फरवरी 2022 को शाहपुरा के काडीखाड़ नाले पर रपटा निर्माण की स्वीकृति के लिए पत्र लिखा। यह पत्र जिला पंचायत सीईओ कार्यालय में जांच के लिए गया है।
-विधायक बाबू जंडेल ने भ्रमण केे दौरान जिला चिकित्सालय में रिक्त पद भरने, जल जीवन मिशन के कामों में सुधार करने, आदिम जाति कल्याण एवं जनजाति बाहुल्य बस्तियों में ग्रामीण चौपाल, टीनशैड निर्माण कराने को लेकर पत्र लिखे। ये पत्र सीएमएचओ, ईई पीएचई, एसीटीडब्ल्यू, जिला पंचायत सीईओ के पास जांच के लिए गए हैं।
-प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह द्वारा 8 फरवरी 2022 को बिजली समस्या समाधान, संबल राशि, जनहित की समस्याओं के निराकरण, गौहरा में पशुओं की मृत्यु पर मुआवजा, आजीविका मिशन के रेस्टॉरेंट को डिसमेंटल करने, कार्यों की स्वीकृति, गढ़ी गांव में तालाब निर्माण, एक्सप्रेस वे से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने, सरोदा गांव में बाढ़ पीडि़तों को राहत रशि दिलाने, खिरखिरी में प्रीएमजीएसवाय की सड़क बनवाने, बस स्टैंड से अतिक्रमण हटाने, मल्हारपुरा के 90 परिवारों को स्थापित कराने, कूनो वन्य जीव अभयारण्य से विस्थापित ग्राम पैरा, जाखौदा, पालपुर को पूर्व ग्राम पंचायत को यथावत रखने सहित अन्य पत्र अधिकारियों के पास लंबित हैं।
-भाजपा मंडल विजयपुर की उपाध्यक्ष ममता गर्ग ने प्रभारी मंत्री को भ्रमण केे दौरान 200 करोड़ रुपए की खनिज संपदा निकालने वाले खनन माफिया पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाकर धन की वसूली के लिए पत्र लिखा था। यह पत्र एसडीएम के पास लंबित है।
-पूर्व विधायक बृजराज सिंह चौहान ने कार्रवाई केे लिए पत्र लिखा था। यह पत्र श्योपुर एसडीएम के पास लंबित है।
-भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जाट ने फरारा में जय महाकाली मछुआ समिति में हो रही अनियमितताओं की जांच के लिए पत्र लिखा था। यह पत्र एसीटीडब्ल्यू के पास लंबित है।
-ग्राम पंचायत नागदा के सरपंच ने सलापुरा नहर से नागदा-नगदी की पुलिया तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर ध्यानाकर्षण कराया था। यह पत्र ईई जल संसाधन विभाग के पास लंबित है।
-बड़ौदा नगर परिषद अध्यक्ष भरोसी बाई ने सामाखाड से भट्टा महाराज तक पुलिया और नाला निर्माण की स्वीकृति और सिंचाई विभाग की अनुपयोगी भूमि नगर परिषद को आवंटित करने को लेकर पत्र लिखे थे। यह पत्र पीओ डूडा और ईई जल संसाधन विभाग के पास लंबित हैं।
-केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के भ्रमण के समय ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत टर्रा के साड गांव में चंबल नदी से बाढ़ के खतरे को ध्यान में रख पूरे गांव को दूसरी जगह विस्थापित किए जाने की मांग की थी। यह पत्र एसडीएम के पास लंबित है।

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