माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए छात्र-छात्राएं दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर कमजोर होने से छात्रों की क्लास में उपस्थिति कम होती जा रही है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कलेक्टर अनुराग चौधरी ने जिलेभर के संकुल प्राचार्यों की बैठक ली, इसमें स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति, पढ़ाई के स्तर में सुधार और संसाधनों की आवश्यकता एवं छात्रवार प्रोफाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं। यह रिपोर्ट शनिवार 25 जनवरी तक पत्र लिखकर कलेक्टर कार्यालय में संकुल प्राचार्य, बीएसी, बीआरसीसी, डीपीसी और जिला शिक्षा अधिकारी को देनी होगी।
अवकाश पत्र लिखकर गायब रहते शिक्षक
बैठक में के साथ ही जिला पंचायत सीईओ शिवम वर्मा और डीईओ विकास जोशी उपस्थित थे। अधिकारियों ने शिक्षकों को पढ़ाई के प्रति कत्र्तव्य निष्ठ बनने की सलाह दी और कहा कि जो शिक्षक स्कूल में बिना कारण अनुपस्थित रहते हैं, ऐसे शिक्षक छुट्टी का आवेदन लिखकर चले जाते हैं। ऐसी प्रवृत्ति पर रोक लगाई जाए। छात्रों की पढ़ाई पर ध्यान देते हुए जिले का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट किया जाए।
तीन स्कूलों में एक्सीलेंस जैसी सुविधा पर विचार
जिले के तीन स्कूलों में एक्सीलेंस जैसी सुविधा दिए जाने पर जिला प्रशासन मंथन कर रहा है। प्राचार्यों के साथ हुई बैठक में तीन नए स्कूलों का चयन किया जाना है, जिसके आधार पर स्कूलों में सुधार कराया जाएगा।