उन्होंने बानमोर- मुरैना स्टेशन पर नए संस्थान, स्टेशन भवनों के साथ बानमोर- मुरैना रेल खंड पर मोटर ट्रॉली से भी निरीक्षण किया। तीसरी लाइन ट्रैक की गुणवत्ता, रीडिंग क्वालिटी आदि की जांच 120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेन दौड़ाकर की गई। रेल संरक्षा आयुक्त की मंजूरी मिलने के बाद बानमोर-मुरैना के बीच तीसरी लाइन में यात्री व मालगाड़ी का संचालन शुरू हो जाएगा।
निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त के साथ मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) मंजुल माथुर, ई डी (आरवीएनएल) अनुराग, डीआरएम आशुतोष सहित अन्य अधिकारीगण व स्टाफ उपस्थित रहे। अभी झांसी से धौलपुर के बीच तीसरी लाइन का काम अब तक ग्वालियर-बानमोर 19.26 किलोमीटर, डबरा-आंतरी 20 किलोमीटर में शुरू हो गया है। इसके साथ ही बानमोर-मुरैना का काम 19.23 किलोमीटर का भी बहुत जल्द ही शुरू हो जाएगा। इससे ट्रेनों का संचालन में काफी सहायता मिलने लगेंगी।
लोड कम होगा
तीसरी लाइन में ट्रेनें दौडऩे से ट्रैफिक लोड कम होगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक अभी झांसी से मथुरा के ट्रैक पर 40 फीसदी ट्रैफिक ज्यादा है। इससे ट्रेनों की रफ्तार पर भी असर पड़ रहा है, लेकिन धौलपुर से झांसी के बीच तीसरी लाइन का काम पूरा होने के बाद ट्रैफिक लोड कम होगा। साथ ही ट्रेनों की संख्या बढऩे के साथ स्टॉपेज भी बढ़ेंगे।