शुक्रवार शाम को 5 बजे नव निर्वाचित सांसद शेजवलकर का विजय जुलूस मोदी हाउस से शुरू होकर मुखर्जी भवन बाड़े पर समाप्त होना था। इसके लिए एक वाहन में शेजवलकर के साथ भाजपा के एक दर्जन से अधिक नेता सवार हो गए। इसी बीच भाजपा नेत्रियों में वाहन में सवार होने की होड़ मच गई और एक-दूसरे को धकियाते हुए दो दर्जन से अधिक नेत्रियां चढ़ गईं। प्लाई की क्षमता लगभग एक दर्जन लोगों का वजन सहन करने की ही थी लेकिन वाहन में 40 से अधिक लोगों के सवार हो जाने से वजन अधिक हो गया और अचानक प्लाई टूट गई, जिससे वाहन में भाजपा नेत्रियां एक-दूसरे के ऊपर गिर गईं। दो-तीन नेता भी नीचे गिरे। शेजवलकर उनके आगे स्टैंड पर खड़े थे।
जगह-जगह स्वागत
मोदी हाउस से विजय जुलूस में निकले शेजवलकर का पड़ाव, लोको, हजीरा, किलागेट, फूलबाग होते हुए मुखर्जी भवन तक जगह-जगह खड़े भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। जुलूस में शामिल होने और स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से भाजपा जिला पदाधिकारी रामेश्वर भदौरिया, सोनू मंगल, डॉ.सतीश सिंह सिकरवार, पारस जैन, शीतल सिंह भदौरिया, खुशबू गुप्ता, अजय अरोरा, नूतन श्रीवास्तव, देवेन्द्र तोमर आदि शामिल थे।
दूसरे वाहन में सवार हुए शेजवलकर
घटना के बाद सांसद विवेक शेजवलकर ने दूसरे वाहन में सवार होकर जुलूस निकाला। उनके साथ भाजपा विधायक भारत सिंह कुशवाह, भाजपा अध्यक्ष देवेश शर्मा, वीरेन्द्र जैन, पूर्व अध्यक्ष अभय चौधरी, साडा के पूर्व अध्यक्ष राकेश जादौन, भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी वेदप्रकाश शर्मा आदि चल रहे थे।
उर्मिला और गिरिजा को ज्यादा चोटें
बताया गया है कि महिला मोर्चा मुरार मंडल की अध्यक्ष उर्मिला बिंदल और पूर्व मंडल अध्यक्ष गिरिजा तिवारी जो प्लाई टूटने से वाहन में गिरीं उनके ऊपर बाकी नेत्रियां गिरती चली गईं। एक नेत्री मौके पर ही बेहोश हो गई थी, जबकि उर्मिला को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद अन्य नेत्रियां नीचे उतरीं और दूसरे वाहनों में सवार होकर जुलूस में शामिल हुईं।
एक किलोमीटर के रास्ते में 5 बार जाम, फंसी 2 एंबुलेंस
ग्वालियर. नवनिर्वाचित भाजपा सांसद विवेक शेजवलकर का विजय जुलूस शुक्रवार शाम को निकला। शहर के भीड़ भरे रास्तों से निकले जुलूस के कारण जगह-जगह जाम लगा। इसमें फंसकर जनता परेशान होती रही। कार्यकर्ता जनता की परेशानी नजरअंदाज कर जीत के जश्न में डूबे रहे। जाम में दो एंबुलेंस फंस गई। ड्राइवर हॉर्न बजाता रहा लेकिन कार्यकर्ता आतिशबाजी में व्यस्त रहे। करीब एक किलोमीटर की यात्रा में 5 बार जाम लगा और दो एबुलेंस फंसी रही।
जुलूस शाम 5.30 बजे मोदी हाउस से शुरू हुआ। पड़ाव पुल चढ़ते ही जाम की स्थिति बनी। कुछ मिनट बाद पड़ाव चौराहे में दोबारा जाम लग गया। इससे पहले पुलिस ने रास्ते रोक दिए थे, लेकिन काफी देर तक एक ही जगह रुका रहने से जाम की नौबत बनी। जैसे-तैसे करके जुलूस को आगे बढ़ाया तो पड़ाव थाने के आगे फिर से जाम लग गया। यहां एक एंबुलेेस जाम में फंस गई। एंबुलेंस में महिला मरीज थी। ड्राइवर ने हॉर्न बजाने सहित हर संभव कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उसे निकलने का रास्ता नहीं दिया। काफी मशक्कत के बाद जुलूस के 300 मीटर आगे ही बढ़ते ही दूसरी एंबुलेंस 108 फंस गई। जुलूस हजीरा चौराहा, किलागेट चौराहा, मरीमाता रोड, फूलबाग, जयेंद्रगंज चौराहे हुए मुखर्जी भवन पहुंचा। जगह-जगह जाम लगता रहा। उसमें फंसकर जनता पसीना-पसीना होती रहीं।जीत के जश्न में डूबे कार्यकर्ता लगातार ट्रैफिक नियम तोड़ते रहे, लेकिन वहां मौजूद पुलिस उन्हें असहाय देखती रही। कहीं एक बाइक पर चार कार्यकर्ता घूमते रहे तो कहीं ऑटो पर खड़े होकर हंगामा करते रथे, लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था।