जिससे पड़ाव पुल के शुभारंभ में राजनीति गरमा गई। हालांकि पुलिस की मौजूदगी में बड़ी ही मुश्किल से पुल का उद्धाटन हो पाया। इसके बाद भी स्थिति ऐसी बनी जैसे की भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में उलझ रहे है। हालांकि पुलिस ने मामले को शांत करवा दिया। आपको यहां बता दें कि पड़ाव पुल के एक हिस्से का शुभारंभ पहले ही किया जा चुका है। जबकि आज दूसरे हिस्से का शुभारंभ होना था लेकिन उससे पहले ही दोनों कार्यकर्ता आपस में उलझ गए और अपने अपने नेताओं के नारे लगाने लग। कांग्रेस जहां सिंधिया के नारे लगा रहे थे तो भाजपा नरेंद्र सिंह तोमर के नारे लगा रही थी।
समय पर नहीं पहुंचे मंत्री
शुभारंभ में ग्वालियर के तीन मंत्री प्रद्धूमन सिंह तोमर,लाखन सिंह यादव और इमरती देवी,क्षेत्रिय सांसद विवेक शेजवलकर और दोनों ही कांग्रेस के विधायक मुन्नालाल गोयल व प्रवीन पाठक को बुलाया गया था। सांसद शेजवलकर अपने समय पर पड़ाव पुल पर पहुंच गए लेकिन कांग्रेस के मंत्री और विधायक समय पर नहीं पहुंंचे। थोड़ी देर बाद वह ही मौके पर पहुंच गए,लेकिन उनके आते ही कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सिंधिया जिंदाबाद के नारे लगा दिए। जिसके बाद भाजपा ने भी नरेंद्र सिंह तोमर जिंदाबाद के नारे लगा दिए। हालांकि पुलिस ने दोनों को समझाकर मामले को शांत करवा दिया।