इनमें हायरसेकंडरी की 47821 तथा हाईस्कूल की 110313 उत्तरपुस्तिकाएं है। इसके अलावा दो या चार दिन में 25 से 30 हजार उत्तरपुस्तिकाएं और आने की संभावना हैं। जिन शिक्षकों को बोर्ड ने मुख्य परीक्षक, उपमुख्य परीक्षक तथा परीक्षक की जिम्मेदारी दी है वे ही बोर्ड की परीक्षाओं में सीएस एवं एसीएस का दायित्व संभाले हुए हैं वहीं कई शिक्षकों की ड््यूटी चुनाव में मास्टर ट्रेनर के रूप में लगी हुई हैं।
बोर्ड परीक्षाओ का मूल्याकंन समय पर समाप्त करने के लिए कम से कम पांच सौ से अधिक परीक्षकों की आवश्यकता है जबकि अभी सिर्फ 237 परीक्षक ही मूल्यंाकन करने आ रहे हैं। हायर सेकंडरी का हाल तो और भी बुरा है। सिर्फ 43 परीक्षक ही मूल्यांकन कर रहे हैं। यहीं कारण है कि अभी तक 5 फीसदी से भी कम 4798 उत्तर पुस्तिकाओं का ही मूल्यांकन हो पाया है। हायरसेकंडरी की केवल 791 कॉपियां चैक हो पाई है। 2 अपै्रल को बोर्ड परीक्षाएं समाप्त होने के बाद गति पकडऩे की संभावना है लेकिन चुनाव ड््यूटी की चिंता का डर भी शिक्षकों को सता रहा है।
ये हैं बोर्ड के निर्देश मूल्यांकन केंद्र को प्राप्त 10वीं की कॉपी मूल्यांकन केंद्र को प्राप्त 12वीं की कॉपी 45 से अधिक और 30 से कम कॉपियां चेक नहीं कर पाएंगे परीक्षक
बोर्ड के निर्देशानुसार एक परीक्षक को एक दिन में 30 कॉपियां चेक करना अनिवार्य होगा। लेकिन कोई भी परीक्षक 45 से अधिक कॉपियां चेक नहीं कर पाएगा। जिले में मूल्यांकन कार्य 20 मार्च से शुरू हो गया था। योग में गलती पाए जाने पर 100 रुपए का प्रति अंक जुर्माना होगा।
बोर्ड के निर्देशानुसार एक परीक्षक को एक दिन में 30 कॉपियां चेक करना अनिवार्य होगा। लेकिन कोई भी परीक्षक 45 से अधिक कॉपियां चेक नहीं कर पाएगा। जिले में मूल्यांकन कार्य 20 मार्च से शुरू हो गया था। योग में गलती पाए जाने पर 100 रुपए का प्रति अंक जुर्माना होगा।
ओएमआर सीट में परीक्षार्थी को अनुपस्थित दिखाने पर 1000 कोजुर्माना होगा। 10 फीसदी उत्तरपुस्तिकाओं में गलती पाए जाने पर संपूर्ण मानदेय जब्त करने का प्रावधान किया गया है। “जिन शिक्षकों को बोर्ड ने परीक्षक बनाया है उन्हीं की ड््यूटी परीक्षाओं के अलावा चुनाव प्रशिक्षण में भी लगी है। इसी कारण से मूल्यांकन कार्य की गति धीमी है। 2 अप्रैल को परीक्षाएं समाप्त हो जाने के बाद तेजी आने की संभावना है।”
जेएन पाठक,सहायक मुल्यांकन केंद्र अधिकारी भिण्ड
जेएन पाठक,सहायक मुल्यांकन केंद्र अधिकारी भिण्ड