सीएसपी नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया पुलिस और आबकारी विभाग ने ज्वाइंट आपरेशन में शराब के इस जखीरे को अदालत के आदेश पर नष्ट कराया। थानों के मालखानों में भरी इस शराब को गाडियों में लादकर तलवार वाले हनुमान मंदिर के पास खुले मैदान में लाकर पटका गया। फिर बुलडोजर बुलाकर शराब की बोतलों और पेटियों को रौंदा गया।
इसमें देसी, अंग्रेजी शराब के अलावा बीयर की पेटियां भी थीं। इन्हें नष्ट किया गया। इनमें 22 प्रकरण पुलिस ने पंजीबद्ध किए थे। जबकि दो केस आबकारी विभाग के थे। नष्ट की गई शराब की कीमत करीब ९० लाख रू बताई गई है।
तमाशबीनों का मजमा लगा
पुलिस और आबकारी विभाग को मैदान में शराब की बोतले बिछाते देखकर वहां लोगों का मजमा लग गया। जब तक बुलडोजर नहीं आया लोग हैरान रहे कि आखिर माजरा क्या है।
तमाशबीनों का मजमा लगा
पुलिस और आबकारी विभाग को मैदान में शराब की बोतले बिछाते देखकर वहां लोगों का मजमा लग गया। जब तक बुलडोजर नहीं आया लोग हैरान रहे कि आखिर माजरा क्या है।
पुलिस खुले मैदान में शराब का इतना जखीरा क्यों रख रही है। इस दौरान अफवाह भी उडी कि आसपास शराब का बडा कारोबार पकडा गया है। लेकिन जब बुलडोजर आया तो माजरा लोगों की समझ में आ गया कि यह अवैध शराब है जिसे मालखानों से निकाल कर नष्ट किया जा रहा है।