खंती में गिरते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस के साथ 108 एम्बुलेंस, डायल 100 भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान पुलिस ने वहां से निकल रहे ऑटो रोक कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
बस के खंती में गिरते ही किसी तरह बाहर निकले यात्रियों ने कांच तोड़ कर अन्य यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की। बस खंती में गिरने की बजह से बस की सीटें टूट गईं और खिड़कियों के कांच टूट गए।
सेंवढ़ा रोड पर बस दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से उसमें सवार 22 यात्री घायल हो गए। घायलों में मंजू शर्मा पत्नी मुकेश, सैनिक 127 कालीचरण बघेल, नीलम यादव पत्नी सत्येंद्र सिद्धार्थ कालोनी दतिया, तेजस यादव पुत्र शिवकुमार डेढ़ वर्ष निवासी सिद्धार्थकालोनी, गणेश बाई, साक्षी जाटव पुत्री पंजाब(12)निवासी महावीर बाटिका के पास, राजकुमारी जाटव पत्नी रामचरण(40)निवासी पोरसा हाल महावीर बाटिका के पास, ममता दुबे पत्नी वीरेंद्र कुमार ग्राम महुआ थाना धीरपुरा, मलखान अहिरवार पुत्र बलवान निवासी सायनीपुरा सेंवढ़ा, राधेश्याम पुत्र प्रताप सिंह गुर्जर(50)निवासी ररूआ, बड़ी बाईपत्नी सिद्धू कुशवाहा ग्राम अजनार तहसील लहार, देवांश पाठक पुत्र संतोष(10)पीतांबरा पीठ दतिया, बृजेंद्र पाठक पुत्र रघुवीर प्रसाद(60)निवासी असवार, अपर्णामाहौर पत्नी हेमंत निवासी नैनागढ़ नगरा झांसी, निलय कुमार माहौर पुत्र प्रभाशंकर निवासी अंगद कॉलोनी सेंवढ़ा
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस जैसे ही खंती में गिरी तो उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। कई यात्रियों का कहना था कि बस का चालक बस को तेज गति से चला रहा था। बस में सवार चरण सिंह ने पत्रिका को बताया कि वह बस में दतिया से लहार जाने के लिए सवार हुए थे। बस जब खंती में गिरी तो तेज आवाज की बजह से कुछ देर तो समझ में ही नहीं आया कि क्या हो गया।