यह है मामला
नयागांव निवासी फरियादी पप्पी मिर्धा पत्नी लाखन मिर्धा अपने भाई और बेटी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची थी। पप्पी ने कलेक्टर को बताया कि तहसीलदार नवनीत शर्मा ने उसका आवास तोड़ दिया है। यह आवास प्रधानमंत्री आवास योजना से स्वीकृत होकर बनवाया था। उनका घर वर्षों से आबादी मेंं दर्ज गांव की उसी जगह पर है। अब यह जगह हाइवे के किनारे आ गई है। हमारे घर के पीछे की ओर सतेन्द्र तिवारी की 27 बीघा जमीन है। उनके घर में कोई पुलिस से सेवानिवृत अधिकारी है। इनकी रिश्तेदारी घाटीगांव के तहसीलदार नवनीत शर्मा से है। इसका फायदा उठाकर उन्होंने मकान तुड़वा दिया। मकान तुड़वाने के पीछे सतेन्द्र तिवारी की जमीन के लिए रास्ता निकालना है। जबकि उनकी जमीन के लिए पहले से ही अलग रास्ता है। वह भी हाइवे पर खुलता है। अब वे अपनी जमीन को मुख्य हाइवे पर लाने के लिए प्रयासरत थे और प्रधानमंत्री आवास तोड़ दिया। इसकी शिकायत एसडीएम डॉ संजीव खेमरिया से की तो उन्होंने भी ध्यान नहीं दिया। पूरी ग्रहस्थी नष्ट हो गई। उसकी दो बेटियां हैं। बच्चों के साथ खुले में रहना पड़ रहा है। अगर सुनवाई नहीं हुई तो परिवार के साथ आत्महत्या कर लेगी। जिसकी जिम्मेदारी तहसीलदार नवनीत शर्मा, सतेन्द्र तिवारी और शासन-प्रशासन की होगी।
यह हुई कार्रवाई
-एसडीएम डॉ संजीव खेमरिया को घाटीगांव ब्लॉक से हटा दिया गया है। एसडीएम के वेतन से हितग्राही को दी गई राशि की कटौती की जाएगी।
-तहसीलदार नवनीत शर्मा को घाटीगांव ब्लॉक से हटा दिया गया है। तहसीलदार के वेतन से हितग्राही को दी गई राशि की कटौती की जाएगी।
-दोनों अधिकारियों पर प्रधानमंत्री आवास तोडऩे के मामले में जांच भी शुरू की गई है।
-एसडीएम और तहसीलदार की जांच संयुक्त कलेक्टर प्रदीप शर्मा और जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ विजय दुबे करेंगे।
वर्सन
-नयागांव में जिस जगह महिला का मकान बना था, उस मामले में हाइकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। इस आदेश पर कंटेप्ट लगने के बाद कार्रवाई की गई थी। इस मामले में कार्रवाई करने से पहले अधिकारियों ने कलेक्टर को अवगत नहीं कराया था। महिला को आवास के लिए राशि जारी कर दूसरी जगह भूखंड भी आवंटित किया जा रहा है। घाटीगांव एसडीएम का चार्ज डबरा एसडीएम को दिया गया है, जबकि तहसीलदार का चार्ज नायब तहसीलदार योगिता वाजपेई को दिया गया है।
एचबी शर्मा, अपर कलेक्टर