बताया जा रहा है कि नसबंदी ऑपरेशन और शिविर के दौरान कई और गाइड लाइनों की भी अनदेखी की गई। लोग बता रहे हैं कि इन्हीं स्थितियों के चलते ऑपरेशन के दौरान महिला को कॉम्पलीकेशन्स हुए और उसकी मौत हो गई। बहरहाल महिला की मौत के कारण और मामले की सच्चाई तो इसकी जांच और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ सकेगी। यहां बता दें कि गुरुवार के रोज बड़ौदा के अस्पताल में नसबंदी शिविर का आयोजन हुआ।
जिसमें 30 महिलाओं की नसबंदी की जाना थी। लेकिन महज २७ महिलाओं की ही नसबंदी की जा सकी, क्योंकि तीन जांच के दौरान ऑपरेशन के लिए फिट नहीं पाई गईं। बताया गया है कि २७वें क्रम पर महिला माया का ऑपरेशन हुआ, जिसकी ऑपरेशन बाद ही तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सभी 27 नसबंदी ऑपरेशन तीन घंटे में कर दिए गए। जबकि एक ऑपरेशन करीब 15 से 20 मिनट में किया जाना था और ऑपरेशन भी 5 बजे से पूर्व ही होना थे, जबकि ऑपरेशन 6बजे तक किए जाने की बात बताई जा रही है। जिससे नसबंदी ऑपरेशन के लिए तय गाइड लाइन का पालन न होने की बात साफ जाहिर हो रही है।
बदला मौसम, छाए बादल
श्योपुर। अभी सर्दी का अहसास नहीं हो रहा है, लेकिन शुक्रवार को मौसम में बदलाव देखने को मिला। शुक्रवार की सुबह आसमान पर बादल छाए और शाम को हवाएं चली, जिसके कारण न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई, वहीं अधिकत तापमान में गिरावट आई। मौसम प्रेक्षक रमेश चंद शर्मा ने बताया कि गुरुवार को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री था जो शुक्रवार को 18 .4 हो गया, जबकि अधिकतम तापमान गुरुवार को 27.6 डिग्री था जो घटकर शुक्रवार को 26 .4 डिग्री पर आ गया।