महिला को कुचलकर ड्राइवर ट्रक लेकर भाग गया। राहगीर ने एफआरवी-18 को इसकी जानकारी दी, जिस पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कंट्रोल रूम में भागीरथ सिंह को खबर दी। उन्होंने तत्काल गश्त पर निकले ट्रैफिक डीएसपी नरेश अन्नोटिया को बताया। डीएसपी मौके पर पहुंचे, पता चला कि ट्रक का रंग कत्थई है, उस पर त्रिपाल डली है। वह और एफआरवी 7 बड़ागांव से होटल, ढाबे चेक कर आगे बढ़ रहे थे, तभी गिरधारी ढाबा के पीछे ट्रक खड़ा मिल गया, लेकिन ड्राइवर भाग चुका था। ट्रक के पहिए में खून लगा था।
बच्चे स्तब्ध रह गए
जानकी बच्चों से बोलकर गई थीं कि जल्द लौटकर आएंगी, इसलिए दोनों बेटी और बेटा उनके लौटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन माता-पिता घर नहीं लौटे, मां की मौत की खबर घर पहुंच गई। तीनों बच्चे अभी छोटे हैं। देवेन्द्र पेट्रोल पंप पर काम कर उनका पालन-पोषण कर रहे हैं। मां जानकी से बच्चों का ज्यादा स्नेह था। मौत की खबर मिलते ही बच्चे स्तब्ध रह गए। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। रिश्तेदार बच्चों को समझाने में लगे हुए थे।