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वेतन न मिलने की शिकायत करने पहुंचा था शिक्षक, फिर खुद ही फंस गया

locationग्वालियरPublished: Jul 10, 2019 11:57:04 am

Submitted by:

Gaurav Sen

हमारे बच्चों को पढ़ाने वाले सितंबर भी नहीं लिख सके

collector gwalior scolded a government teacher on lack of education

कलेक्टर ने कहा, अंग्रेजी में सितंबर लिखो तो स्पेलिंग तक नहीं लिख पाया शिक्षक

ग्वालियर. 80 दिन का वेतन नहीं मिलने की शिकायत लेकर करहिया से जनसुनवाई मेंं पहुंचे शिक्षक सुभाष कुशवाह से जब कलेक्टर ने आवेदन को उल्टा करके उस पर सितंबर लिखने को कहा तो उसने अंग्रेजी में सेतेमर लिख दिया। इसके बाद जब हिंदी में लिखने को कहा गया तो कांपते हाथों से सितंबर की बजाय सितबर लिख दिया। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए अतिथि सिक्षक के अच्छे से पढ़ाई करने की नसीहत देते हुए जांच कराने का आश्वासन देकर रवाना किया। जनसुनवाई हॉल में ही जब पत्रिका ने शिक्षक से पूछा तो उसने बताया कि वह पांचवी कक्षा तक के बच्चों को गणित पढ़ाता है और कलेक्टर साहब ने अंग्रेजी की स्पेलिंग पूछ ली।

इसलिए आया था शिक्षक
अतिथि शिक्षक ने शासकीय प्राथमिक विद्यालय देवीपुरा में 1 नवंबर 2011 से 15 अप्रेल 2012 तक 80 दिन तक काम किया था। लेकिन विद्यालय द्वारा मानदेय जारी नहीं किया। इसकी शिकायत उसने सीएम हेल्पलाइन पर की थी। इसके बाद जवाब दिया गया कि इन्होंने दर्शाई अवधि में काम ही नहीं किया है।

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शिक्षकों के मॉक टेस्ट की प्लानिंग

जिला पंचायत सीईओ शिवम वर्मा ने अतिथि शिक्षक के मानदेय भुगतान संबंधित शिकायत की जांच कराने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने जिले में काम कर रहे शिक्षकों का भी मॉक टेस्ट कराने के की भी बात कही है। उनका कहना है, प्राइमरी एजुकेशन देने वाले शिक्षक अगर अपग्रेड नहीं होंगे तो बच्चों का बेस मजबूत नहीं हो पाएगा। ऐसे में मिडल,हायर सेकंडरी और हायर एजुकेशन हासिल करते समय विषय समझने में ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।

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