कस्बे के वार्ड क्रमांक दस पानी की टंकी के पास रहने वाले भरत चौरसिया (50) एक सप्ताह पूर्व जयपुर से सामान्य इलाज के दौरान लौटे थे इसकी जानकारी डबरा अनुविभागीय अधिकारी को मिली तो रात्रि में ही डबरा एसडीम के निर्देश पर 108 एंबुलेंस को बुलवाया गया और मुरार जिला अस्पताल भेज दिया गया वहां से भरत को बिरला अस्पताल ले जाया गया सुबह उसका मशीन से टेंपरेचर चैक हुआ, नाखून चैक हुए और स्थित को सामान्य मानते हुए उसे घऱ जाने के लिए कह दिया।
उसके लौटने पर इसकी जांच पड़ताल करने नायब तहसीलदार आनंद गोस्वामी सिविल अस्पताल डबरा से डॉ. वीरेंद्र गौड़ उसके घर पहुंचे डॉ. गौड़ ने भरत से पूछा क्या आपका सैंपल लिया गया था तब भरत ने बताया मेरा सैंपल नहीं लिया गया मेरी केवल मशीन से जांच की और मुझे छोड़ दिया गया। इस पर डा. गौड़ ने उससे कहा कि अगर उसे किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो तत्काल उन्हें सूचित करें। रविवार को भरत को बुखार, खांसी व श्वांस लेने में दिक्कत होने उसने डा. गौड़ को मोबाइल पर सूचना दी। यह जानकारी बीएमओ को दी गई। बीएमओ ने ग्वालियर में कोरोना यूनिट को इस बात से अवगत कराया तो शाम को डाक्टरों की टीम एंबुलेंस लेकर पहुंची और भरत को सैम्पल के लिए अपने साथ ले गई।
भरत को पहले जांच के लिए ले जाया गया था तब वह स्वस्थ था। अब उसके स्वास्थ्य खराब होने कि जानकारी मिली जिसके बाद उसे ग्वालियर जांच के लिए भेजा गया है।
एसके सोलंकी,बीएमओ, डबरा