हाउसिंग बोर्ड से लिया था
कमला बाई द्वारा 1996 में हाउसिंग बोर्ड में प्लॉट के लिए दिए गए आवेदन पर उन्हें एक प्लॉट आवंटित किया गया। वर्ष 2002 में उन्हें पता चला कि उनका प्लॉट बोर्ड के कर्मचारी अतर सिंह ने बेच दिया है। इसकी उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत की । कार्रवाई नहीं होने पर वर्ष 2010 में परिवाद दायर किया गया। इस आदेश पर वर्ष 2019 में एफआइआर दर्ज की गई।